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Success Mantra: कब और किसे मिलता है किस्मत का साथ, पढ़ें सफलता के 5 मंत्र

Myjyotish Expert Updated 29 Aug 2022 01:22 PM IST
कब और किसे मिलता है किस्मत का साथ, पढ़ें सफलता के 5 मंत्र
कब और किसे मिलता है किस्मत का साथ, पढ़ें सफलता के 5 मंत्र - फोटो : Google
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कब और किसे मिलता है किस्मत का साथ, पढ़ें सफलता के 5 मंत्र


किसी इंसान के जीवन में आखिर किस्मत और कर्म का क्या रोल होता है. जीवन में मनचाही सफलता पाने के लिए आखिर हमें इसमें से क्या चुनना चाहिए, जानने के लिए पढ़ें सफलता के मंत्र. जीवन में कई बार हम अपनी सफलता और असफलता के लिए भाग्य या फिर कहें किस्मत को बड़ा कारण बताते हैं. आपने बहुत से लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि मेरी तो किस्मत ही खराब है या फिर बहुत से लोगों को यह भी कहते सुना होगा कि आप तो बड़े ही नसीब (किस्मत) वाले हैं.

तमाम लोग मानते हैं कि इंसान को जो कुछ भी मिलता है, वह उसकी अच्छी या बुरी किस्मत के कारण ही मिलता  है. वो चाहे तो किसी अयोग्य इंसान को जमीन से आसमान पर और योग्य इंसान को आसमान से जमीन पर लाकर कभी भी छोड़ सकती है, लेकिन क्या वाकई यह जीवन से जुड़ा सच है. आइए कामयाबी और नाकामयाबी के पीछे किस्मत और कर्म से जुड़े बड़े राज को विस्तार से जानने के लिए आइए हम आपको बताते हैं सफलता के वे 5 मंत्र जो आपकी किस्मत चमका देंगेl

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व्यक्ति की अच्छी किस्मत अतिथि की तरह होती है, जो अक्सर आती-जाती रहती है लेकिन मेहनत घर के सदस्य की तरह होती है जो एक बार साथ आने के बाद कभी भी आपसे अलग नहीं होता है, हमेशा साथ बना रहता है.यदि भाग्य ईश्वर के हाथों लिखा होता तो शायद सबसे अच्छा हमारा ही होता, लेकिन सच तो यह है कि किस्मत या फिर कहें भाग्य तो हमेशा हमारे स्वयं के कर्मों व संकल्प की शक्ति द्वारा लिखे जाते है.

हम उसे जैसा चाहे बना सकते हैं वह हमारे मेहनत पर निर्भर करता है कि हम उसे बेहतर बनाते हैं या फिर आलस करके अपने जीवन का नाश कर देते हैं और फिर किस्मत को कोसने लगते हैं .इंंसान को कभी भी किस्मत के भरोसे नहीं बैठना चाहिए क्योंकि उसके भरोसे बैठ जाने से किस्मत सोयी ही रहती है, जबकि हिम्मत के साथ आपके खड़े होने पर आपका भाग्य भी खड़ा हो उठता हैं.इंसान को किस्मत के दरवाज़े पर खड़े रहने से कोई लाभ नहीं मिलता है क्योंकि दरवाजे पर लगे किस्मत के ताले की चाबी तो हमेशा उसी के पास होती है. चाबी का नाम होता है मेहनत (कर्म) ऐसे में बेहतर है कि कर्म की चाभी से ताला खोलकर अपना भाग्य स्वयं प्राप्त करें.जो व्यक्ति समय से लड़कर अपनी किस्मत बदल देता है, जीवन में वही हमेशा सफल होता हैl

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