Vinayaka Chaturthi 2022: विनायक चतुर्थी, इसका व्रत करने से गणेशजी पूरी करते हैं मनोकामना
हिंदू पंचांग के अनुसार पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. दिसंबर को पड़ने वाले इस व्रत में व्रत के साथ भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाएगी. विनायक चतुर्थी व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि विनायक चतुर्थी का व्रत रखने और गणेश की पूजा करने से भक्तों को शक्ति, ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद मिलता है.
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पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि हर माह में दो बार आती है. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इसी तरह आज यानी दिसंबर को चतुर्थी पड़ रही है.
पंचांग के अनुसार पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत किया जा रहा है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा के साथ व्रत रखने का भी विधान है. मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से भगवान गणेश हर संकट को दूर करते हैं. जानिए विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, तिथि और महत्व.
पौष विनायक चतुर्थी 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 26 दिसंबर, को सुबह 04 बजकर 51 मिनट पर
चतुर्थी तिथि समाप्त- 27 दिसंबर, को शाम रात्रि 01 बजकर 37 मिनट पर
तिथि - विनायक चतुर्थी व्रत 27 नवंबर को तिथि के आधार पर रखा जाएगा.
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 17 मिनट तक
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विशेष : पौष विनायक चतुर्थी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और पंचक योग बनेगा.
विनायक चतुर्थी का महत्व
विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा के साथ व्रत का भी विधान है. इस दिन गणेश जी के मंत्र, जाप, चालीसा, अनुष्ठान आदि करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है. साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.
मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से जीवन में आने वाली हर समस्या से छुटकारा मिल जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायकी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. गणेश पूजा का महत्व चतुर्थी तिथि को अधिक होता है.
इस दिन विधि-विधान से भगवान श्रीगणेश की पूजा करने और श्रद्धा और भक्ति से इस व्रत का पालन करने से भगवान श्रीगणेश की कृपा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. जीवन में निरंतर सफलता भी प्राप्त होती है.
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