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पुत्रदा एकादशी मुहूर्त :
हिंदी कैलेंडर की मुताबिक सावन चीज महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी 2021 में 18 अगस्त के दिन बुधवार को सुबह 3:20 से शुरू होगी और उसी रात 1:05 पर खत्म हो जाएगी। ऐसे में सावन महीने की पुत्रदा एकादशी का व्रत 18 अगस्त को रखा जाएगा।पुत्रदा एकादशी पूजा विधि :
सावन की पुत्रदा एकादशी के दिन आपको स्नान करके पूजा स्थल पर बैठना चाहिए। पूजा करते वक्त भगवान विष्णु की मूर्ति को स्थापित करने से पहले गंगाजल से उस जगह की शुद्धि करें और फिर गंगाजल से ही भगवान विष्णु की मूर्ति का अभिषेक भी करे। उसके बाद धूप, दीया, अगरबत्ती जलाकर आरती करें और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। आखिर में भगवान विष्णु को उनके प्रिय मिष्ठान और चीजें चढ़ाएं।Sawan Putrada Ekadashi 2021: कब है सावन पुत्रदा एकादशी? जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त
पुत्रदा एकादशी की कहानी :
पौराणिक कथाओं के अनुसार भद्रावती राज्य में एक सुकेतु मान नाम का राजा राज्य करता था जिसकी पत्नी का नाम शैव्या था। राजा के पास सब कुछ था लेकिन संतान नहीं थी। इस कारण राजा और रानी दोनों ही बहुत उदास रहा करते थे। राजा को हमेशा ही पिंडदान की चिंता लगी रहती थी। ऐसे में राजा ने अपने प्राण लेने का मन बनाया लेकिन अपनी जान लेने का पाप करने के डर से उसने यह विचार त्याग दिया। राजा का मन इस कारण राजपाठ में नहीं लग रहा था तो वह 1 दिन जंगल की ओर चला गया। जंगल में उसने पक्षी और जानवर देखें जिन्हें देख देखकर उसके मन में बुरे विचार आने लगे। इसके बाद राजा दुखी होकर तालाब के किनारे बैठ गए। तालाब के किनारे कई सारे ऋषि-मुनियों के आश्रम बने हुए थे। वहां राजा गए और उन्होंने ऋषि-मुनियों को नमस्कार किया जिसके बाद ऋषि मुनि उन्हें देखकर प्रसन्न हो गए। राजा को उदास देखकर ऋषि मुनि असमंजस में पड़ गए और न चाहते हुए भी पूछ बैठे कि राजा क्यों उदास है। राजा ने अपनी उदासी का कारण बताया। उन्होंने कहा कि राजा आप अपनी इच्छा बताएं। राजा ने अपनी मन की सभी चिंताएं उनके सामने रख दी और राजा से कहा कि पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से आपको अच्छे तरीके से इसका फल मिलेगा और संतान की प्राप्ति होगी। राजा ने भी ऋषि-मुनियों की बात सुनकर एकादशी का व्रत रखा और द्वादशी को इसका विधि विधान पूरा किया इसके फल के कारण कुछ ही दिनों में गर्भवती हो गई और 9 महीने बाद राजा को संतान की प्राप्ति हुई। इस प्रकार पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान की प्राप्ति के लिए विख्यात हुआ।कौन-सा ग्रह ला रहा है आपके जीवन में हलचल, जन्म कुंडली देखकर जानें ग्रह दशा