खास बातें
Vastu Tips for House: घर में कमरों की सही दिशा नहीं होने पर वास्तु दोष लग सकता है, इसके लिए आपको यह जान लेना चाहिए कि कौन सी दिशाएं घर के विभिन्न कमरों के लिए उचित होती हैं।
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Vastu Tips for House: वास्तु शास्त्र का इतिहास बहुत ही पुराना है। प्राचीन काल से ही महल, किले , मंदिर, बाग बगीचे, कुएं, तालाब आदि का निर्माण वास्तु के अनुसार ही किया गया है। हालांकि बार-बार भारत में विदेशी हमलों से हमारे भवन निर्माण पर बूरा प्रभाव पड़ा है, जिसके चलते लोग देखा-देखी में अपने भवन निर्माण को विदेशी सभ्यता की तरह बनाने लगे। बड़ी-बड़ी इमारतों, फ्लैटों और भवनों को बनाने के लिए धीरे-धीरे वास्तु की अंदेखी शुरू कर दी थी, हालांकि अब फिर वास्तु को महत्वता दी जा रही है, क्योंकि लोगों ने महसूस किया कि वह कैसे वास्तु दोष का शिकार बन रहे थे। अब भारत ही नहीं बल्कि कई देशों में घर बनाते समय इस बात का ध्यान दिया जाता है कि मुख्य द्वार, बेडरूम, बैठक कक्ष, किचन आदि किस दिशा में बनाया जाए। तो आइए जानते हैं कि घर की संरचना के लिए वास्तु क्या कहता है।
वास्तु अनुसार घर की दिशाएं - Vastu Tips For House Direction
- घर बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि घर का मुख्य द्वार पूर्वाभिमुख (east facing)दिशा में ही होना चाहिए।
- घर में जो बरामदा या खिड़की बनाई जा रही है वह उत्तर दिशा की ओर से होनी चाहिए।
- घर के आगे के भाग में (front part) बैठक या ड्राइंग रूम होना चाहिए।
- रसोई घर के लिए घर का मध्य भाग उचित होता है।
- आपका बेडरूम और रसोईघर एक दूसरे से दूर होने चाहिए।
- घर का बाथरूम और शौचालय घर के दक्षिणी कोने (southern corner) में होने चाहिए।
इन दिशाओं को ध्यान में यदि घर का निर्माण किया जाता है तो परिवार के लोग शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहते है। आर्थिक समृद्धि होती है, रोग एवं बीमारियों से दूर होते हैं। यदि आपका घर इस के अनुरूप नहीं है तो आपको कष्टों का सामना करना पड़ सकता है और इसके निवारण के लिए वास्तु दोष पूजा उपयुक्त मानी जाती है। हालांकि इस विषय में अधिक जानकारी के लिए आपको एक बार ज्योतिषी से जरूर परामर्श लेना चाहिए।