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Chandra Dosh: रात चांद देखने पर लगता है झूठा कलंक, जानें चंद्र दोष दूर करने का उपाय

Myjyotish Expert Updated 31 Aug 2022 01:35 PM IST
रात चांद देखने पर लगता है झूठा कलंक, जानें चंद्र दोष दूर करने का उपाय
रात चांद देखने पर लगता है झूठा कलंक, जानें चंद्र दोष दूर करने का उपाय - फोटो : google
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इस रात चांद देखने पर लगता है झूठा कलंक, जानें चंद्र दोष दूर करने का उपाय


हर साल की तरह इस साल भी गणेश उत्सव बड़े धूम धाम से मनाया जाएगा। हिंदू देवताओं में सभी देवताओं की तरह श्री गणेश का पौराणिक मूल है। पूजनीय माने जाने वाले गणपति को गुणों का खान कहा जाता है। अब कल से ही गणेश उत्सव की शुरूरत होने वाली है। मान्यता है की पूरे 10 दिनों तक गणपति पृथ्वी पर निवास करते है। गणेश चतुर्थी का पावन पर्व भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाएगा। ऋद्धि-सिद्धि के दाता भगवान श्री गणेश के जन्म से जुड़ी यह पावन तिथि इस साल 31 अगस्त 2022 को पड़ेगी। गणेश चतुर्थी पर गणपति की पूजा करते समय कुछ नियमों को विशेष रूप से ध्यान रखना होता है, अन्यथा शुभ की बजाय अशुभ फल की प्राप्ति होती है। गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा को देखना अशुभ माना गया है, लेकिन यदि गलती से दिख जाए तो इससे लगने वाले दोष से बचने के लिए क्या करना चाहिए, आइए इसे विस्तार से जानते हैं :–

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तब लगता है झूठा कलंक

हिंदू धर्म में भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी को कलंक चतुर्थी के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इस तिथि की रात को चंद्र दर्शन करने पर व्यक्ति को भविष्य में झूठा कलंक लगने का भय बना रहता है। ऐसा कहा जाता है की व्यक्ति को कलंक लगता ही है। ऐसे में व्यक्ति को गणेश चतुर्थी पर इस दोष से बचने के लिए भूलकर भी चंद्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए।

चंद्र दोष से जुड़ी कथा

गणेश चतुर्थी को जो भी व्यक्ति चांद को देख लेता है उसके भविष्य में तमाम तरह के दोष लगाने के खतरे होते है।इससे जुड़ी पौराणिक कथाएं भी मिली है। मान्यता है कि जब भगवान श्री गणेश  अपने पिता शिव और माता पार्वती की परिक्रमा करके प्रथम पूज्यनीय कहलाए तो सभी देवी-देवताओं ने वंदना की, लेकिन चंद्रदेव ने अपने रूप एवं सौंदर्य का अभिमान करते हुए गणपति को नमन नहीं किया। इससे नाराज होकर गणेश ने चंद्र देव को कुरूप होने का श्राप दे दिया। इसके बाद जैसे ही चंद्र देव को अपनी गलती का एहसास  हुआ तो उन्होंने तुरंत गणपति से माफी मांगी और इस श्राप से मुक्ति का उपाय पूछा। तब गणपति ने कहा कि जैसे-जैसे सूर्यदेव का प्रकाश उन पर पड़ेगा, वैसे-वैसे उनका तेज स्वरूप वापस लौट आएगा। चूंकि यह घटना गणेश चतुर्थी के दिन घटी थी, इसलिए तब से इस दिन चंद्र दर्शन नहीं करते है।

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इस उपाय से दूर होगा चंद्र दोष
यदि गणेश चतुर्थी पर गलती से चंद्रमा के दर्शन हो जाएं तो बिल्कुल घबराएं नहीं और इस दोष को दूर करने के लिए सबसे पहले सभी विघ्न-बाधा दूर करने वाले गणपति की फल-फूल चढ़ाकर पूजा करें और उसे चंद्रमा को दिखाते हुए किसी गरीब व्यक्ति को दान करें। साथ ही साथ भविष्य में लगने वाले कलंक से बचने के लिए नीचे दिए गए मंत्र का पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ पाठ करें।

सिंह: प्रसेन मण्वधीत्सिंहो जाम्बवता हत:। 
सुकुमार मा रोदीस्तव ह्येष: स्यमन्तक:।।
 

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