शुरु हो रहा है सावन का शुक्ल पक्ष, जाने इस समय मनाए जाने वाले व्रत-त्यौहार
सावन माह के शुक्ल पक्ष का आरंभ होने पर त्यौहारों की झड़ी लग जाती है. इस समय के दोरान सावन शुक्ल पक्ष के सोमवार, तीज, नाग पंचमी, राखी इत्यादि त्यौहारों का आगमन होता है. ये समय सावन के दूसरे उजले पक्ष का आरंभ होता है. शुक्ल पक्ष को कृष्ण पक्ष की तुलना में अधिक शुभ माना गया है. इस समय पर कई तरह के शुभ कामों को भी किया जाता है. अभी तक सावन माह में जो काम नहीं किया जा सके हैं वह अब शुक्ल पक्ष के आरंभ होने के साथ ही शुरु हो जाएंगे.हिंदू धर्म में सावन का महीना भगवान शिव की पूजा का विशेष समय होता है और इसी माह के शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन ही अमरनाथ यात्रा का भी समापन होता है.
आईये जानते हैं कि सावन के शुक्ल पक्ष के दौरान कौन कौन से व्रत त्यौहार बढ़ाने वाले हैं इस समय की पवित्रता और महत्व को
आज ही करें बात देश के जानें - माने ज्योतिषियों से और पाएं अपनीहर परेशानी का हल
हरियाली तीज व्रत- 31 जुलाई 2022, दिन- रविवार
तीज का पर्व महिलाओं से संबंधित व्रत हैं. इस व्रत को सौभाग्य एवं उत्तम जीवन साथी की कामना की पूर्ति हेतु किया जाता रहा है. सावन में शुक्ल पक्ष की तृतीया हरियाली तीज के नाम से जानी जाती है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु हेतु व्रत का पालन करती हैं और कुंवारी लड़कियों अपने मनवांछित जीवन साथी की इच्छा के लिए इस व्रत का पालन करती हैं. इस दिन देवी पार्वती का पूजन किया जाता है.
तृतीय श्रावण सोमवार व्रत, अन्दल जयन्ती - 01 अगस्त 2022, दिन - सोमवार
इस दिन आवन शुक्ल को तीसरा सोमवार होगा और साथ ही श्री अन्दल जयन्ती का पर्व भी मनाया जाएगा. इस दिन भगवान शिव के पूजन के साथ ही श्री गणेश पूजन को भी किया जाएगा.
नाग पंचमी व्रत- 02 अगस्त 2022, दिन- मंगलवार
सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. नाग पंचमी पर्व भगवान शिव के प्रिय नाग देवता को प्रसन्न करने हेतु तथा उनका आशीर्वाद पाने के लिए किया जाता है. इस दिन नाग पूजन करने पर काल सर्प के दोष से मुक्ति प्राप्त होती है तथा जीवन में सुख सौभाग्य का आगमन होता है. इस दिन नाग देवता के साथ भगवान भोलेनाथ की भी पूजा की जाती है.
नाग पंचमी के साथ ही तीसरा मंगला गौरी व्रत भी इस दिन किया जाएगा.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती ह
पुत्रदा एकादशी व्रत- 08 अगस्त 2022, दिन- सोमवार
सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को सावन एकादशी का पर्व मनाया जाएगा. यह एकादशी पुत्रदा एकादशी के नाम से भी जानी जाती है ओर इस दिन संतान सुख एवं उसके स्वास्थ्य की शुभता हेतु माताएं एव्म दंपतियां इस दिन व्रत का पालन करती हैं. निसंतान दंपतियों के लिए तो ये व्रत एक वरदान के समान होता है. संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले इस व्रत को अवश्य करते हैं. इस दिन भगवान शिव और श्री विष्णु जी का पूजन होता है.
रक्षाबंधन- 11 अगस्त, दिन- गुरुवार
भाई बहन के प्यार का प्रतीक है रक्षाबंधन का पर्व सावन माह की पूर्णिमा के समय पर मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की लम्बी उम्र की कामना करती हैं तथा भाई अपनी बहन की सुरक्षा का वचन देते हैं.
ये भी पढ़ें
- Vastu Tips : वास्तु के अनुसार घर में इस पौधे को लगाते ही हो जायेंगे मालामाल
- Jyotish Remedies: भगवान शिव को भूलकर भी अर्पित न करें ये चीजें
- Jyotish shastra: राहु का विवाह और संबंधों पर पड़ता है गहरा असर
- Jyotish Remedies: चंद्रमा का असर क्यों बनाता है मेष राशि को बोल्ड
- सिंह राशि के लिए साल 2022 रहेगा सफलता से भरपूर, पढ़े क्या होगा ख़ास
- जानिए कैसे बुध का गोचर व्यक्ति के लिए प्रभावी बन सकता है