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Som Pradosh Vrat 2022: इस दिन दिसंबर महीने का पहला प्रदोष व्रत, दूर करेगा जीवन की हर समस्या

Myjyotish Expert Updated 02 Dec 2022 12:41 PM IST
Som Pradosh Vrat 2022: इस दिन दिसंबर महीने का पहला प्रदोष व्रत, दूर करेगा जीवन की हर समस्या
Som Pradosh Vrat 2022: इस दिन दिसंबर महीने का पहला प्रदोष व्रत, दूर करेगा जीवन की हर समस्या - फोटो : google
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Som Pradosh Vrat 2022: इस दिन दिसंबर महीने का पहला प्रदोष व्रत, दूर करेगा जीवन की हर समस्या


हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत संपन्न होगा. इस बार प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ रहा है, जिस कारण यह अत्यंत ही विशेष होगा. मान्यताओं के अनुसार सोम प्रदोष व्रत रखना और विधि-विधान से पूजा करना भगवान शिव की दोगुनी कृपा दिलाता है. इस दिन किए गए उपाय जीवन के सारे दुख दूर करके सुख-समृद्धि लाते हैं. 

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प्रदोष व्रत हर महीने की दोनों त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है. प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है और इसका सोमवार के दिन पड़ना बहुत ही शुभ माना जाता है. सोमवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को सोम प्रदोष कहते हैं.

इस दिन व्रत करने और कुछ खास उपाय करने से जातक की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. मान्यता है कि ये व्रत रखने से व्यक्ति को न केवल समस्त बाधाओं और कष्टों से मुक्ति मिलती है, बल्कि उसे मृत्यु के बाद मोक्ष भी मिलता है. 

सोम प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त 
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 5 दिसंबर 2022, सोमवार की सुबह 5 बजकर 57 मिनट से प्रांरभ होकर 6 दिसंबर की सुबह 6 बजकर 47 मिनट तक रहेगी. वहीं सोम प्रदोष की पूजा का शुभ मुहूर्त, प्रदोष काल 5 दिसंबर की शाम 5 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.

सोम प्रदोष के दिन करें ये प्रभावी उपाय 

सोम प्रदोष का पूरे नियम के साथ व्रत रखना और पूजन करना बहुत लाभ देता है. प्रदोष व्रत में सुबह स्नान के बाद शिव जी की बेल पत्र, अक्षत, धूप, गंगा जल आदि से तो पूजा करनी ही चाहिए. पूरे दिन के उपवास के बाद शाम को फिर से स्नान करके प्रदोष काल में पूजा करनी चाहिए.

प्रदोष व्रत की कथा पढ़नी या सुननी चाहिए इस समय पर किया गया पूजन व्रत का संपूर्ण फल प्रदान करता है. प्रदोष व्रत द्वारा भगवान शिव और माता पार्वती अत्यंत प्रसन्न होते हैं तथा भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूरी करते हैं. 

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किसी भी व्याधि एवं रोग से मुक्ति पाने के लिए सोम प्रदोष की प्रदोष काल वाली पूजा में सफेद चंदन और गंगाजल मिलाकर तैयार किया गया लेप शिवलिंग पर लगाना अत्यंत शुभ होता है. इसके अलावा गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए. भगवान समस्त बीमारियों को दूर करने करके सेहतमंद जिंदगी देने की प्रार्थना करनी चाहिए. 

यदि नौकरी नहीं मिल रही है या सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है तो जातक को सोम प्रदोष को प्रदोष काल मुहूर्त में शिवलिंग का कच्चा दूध मिश्रित जल से अभिषेक करें. फिर शुद्ध चन्दन का इत्र अर्पण करना चाहिए. देसी घी का दीया जलाना चाहिए इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती से जल्द नौकरी दिलाने की प्रार्थना करनी चाहिए, ऎसा करने से कार्य सफल होते हैं तथा सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

 

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