सावन की शिवरात्रि पर कीजिए ये उपाय मिलेगा हर कार्य में सफलता का लाभ
शिवरात्रि एक प्रसिद्ध त्योहार है जो पूरे भारत में मनाया जाता है. भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्तों के लिए यह दिन बहुत मायने रखता है. इस दिन से कई आध्यात्मिक और धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. भक्तों के जीवन में यह शुभ दिन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शास्त्रों में वर्णित मान्यता है कि यह दिन हर कार्य में सफलता दिलाता है तथा जीवन से बाधाओं को दूर करता है.
मासिक शिवरात्रि पर किए जाने वाले अनुष्ठान
भक्त सूर्योदय से पहले उठकर पवित्र स्नान करते हैं. फिर वे संकल्प करते हैं और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं. भक्त दिन भर उपवास रखते हैं और शाम को मंदिर में पूजा-अर्चना करने जाते हैं. मानना है कि व्रत के पुण्य को बढ़ाने के लिए जागरण करना चाहिए.भगवान शिव के भक्त हर महीने कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाते हैं. विशेष रूप से, एक वर्ष में कुल 12 शिवरात्रि होती हैं. सावन शिवरात्रि पूरे भारत में विभिन्न मंदिरों में शिव भक्तों द्वारा मनाई जाती है. वे भगवान से प्रार्थना करते हैं और स्वस्थ और सुखी जीवन जीने के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं. इस विशिष्ट दिन के दौरान देश भर के मंदिरों में विशेष पूजा होती है.
मासिक शिवरात्रि समय
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 26 जुलाई मंगलवार शाम 6:46 बजे से
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त: 27 जुलाई बुधवार को रात 9:11 बजे तक
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सावन शिवरात्रि उपाय और लाभ
सावन शिवरात्रि के शुभ दिन पर, यदि आप शक्तिशाली महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं, तो आपको सांसारिक सुखों, सुरक्षा, आराम और विलासिता की प्राप्ति होती है.
मंत्र:
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं स्थायीम्
उर्वारुकमिव प्रबंधनमृत्युत्तीय मऽमृतात् ||
किसी भी नकारात्मक प्रभाव को दूर करने और श्रवण शिवरात्रि की सकारात्मक शक्ति को बढ़ाने के लिए शनि केतु शापित दोष निवारण यंत्र को घर ले आएं. एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने के लिए शनि और केतु ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए यह दिन उत्तम होता है.
रुद्राभिषेक करें, सावन शिवरात्रि पर सबसे पवित्र चीजों में से एक रुद्राभिषेक होता है. यह अभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है.यह जीवन में सौभाग्य को प्राप्त करने के लिए होता है. इसका प्रभाव जीवन भर अनंत सफलता, समृद्धि और धन प्रदान करता है.
सावन शिवरात्रि महत्व
सावन की मासिक शिवरात्रि को बहुत ही शुभ माना गया है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. पंचांग के अनुसार सावन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. यानी इस बार मासिक शिवरात्रि का व्रत 26 जुलाई को रखा जाएगा. भगवान को प्रसन्न करने के लिए हर उम्र के लोगों को भगवान की भक्ति करनी चाहिए. मासिक शिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव के साथ-साथ देवी पार्वती की भी पूजा की जाती है. विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. शिवरात्रि का व्रत रखने वाले भक्तों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है. ऐसा माना जाता है कि यदि आप भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं, तो आपको मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं शिवरात्रि के दिन पूरे दिन शिव मंत्र 'ऊँ नमः शिवाय' का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
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