myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Pitra Paksha 2022: This time the Pitra Paksha will be of 16 days, do not do this work during this time, know t

Pitra Paksha 2022 : इस बार 16 दिन का रहेगा पितृ पक्ष, इस दौरान ना करें ये काम , जानें जरूरी नियम

Myjyotish Expert Updated 14 Sep 2022 04:32 PM IST
इस बार 16 दिन का रहेगा पितृ पक्ष, इस दौरान ना करें ये काम , जानें जरूरी नियम
इस बार 16 दिन का रहेगा पितृ पक्ष, इस दौरान ना करें ये काम , जानें जरूरी नियम - फोटो : google photo
विज्ञापन
विज्ञापन

इस बार 16 दिन का रहेगा पितृ पक्ष, इस दौरान ना करें ये काम , जानें जरूरी नियम


पितरों की विशेष पूजा आश्विन मास में किया जाता है। ये माह पितरों के लिए होता है। इतिहास की बात करे तो श्राद्ध वैदिक काल के बाद से शुरू हुआ है। पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है क्योंकि पितरों की पूजा करने से न सिर्फ उनका आशीर्वाद मिलता है बल्कि कुंडली से जुड़ा पितृ दोष भी दूर होता है।वैसे तो पितृ पक्ष 14 या 15 दिनों का होता है। लेकिन इस बार 16 दिनों का बताया जा रहा है। 

मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों 

 इस साल पितृ पक्ष 10 सितंबर दिन शनिवार से शुरू हो रहा है और 25 सितंबर दिन मंगलवार को खत्म होगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस बार पितृ 16 दिन का होगा। इस बार अष्टमी का श्राद्ध 17 सितंबर की बजाय 18 को होगा।

पितृ पक्ष में पितरों को प्रसन्न करने के लिए पितरों को तर्पण दिया जाता है। अगर पितर खुश होंगे तो जीवन खुशहाल बना रहेगा। पितृ पक्ष के समय में पितरों को जल अर्पित किया जाता है। आइए पितृ पक्ष की जरूरी बातों पर गौर करते हैं।

पितृ पक्ष 2022 श्राद्ध की तिथियां 

10 सितंबर - पूर्णिमा का श्राद्ध

11 सितंबर - प्रतिपदा का श्राद्ध

12 सितंबर - द्वितीया का श्राद्ध

12 सितंबर- तृतीया का श्राद्ध

13 सितंबर- चतुर्थी का श्राद्ध

14 सितंबर- पंचमी का श्राद्ध

15 सितंबर- षष्ठी का श्राद्ध

16 सितंबर- सप्तमी का श्राद्ध

18 सितंबर- अष्टमी का श्राद्ध

19 सितंबर- नवमी श्राद्ध

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

20 सितंबर- दशमी का श्राद्ध

21 सितंबर- एकादशी का श्राद्ध

22 सितंबर- द्वादशी/संन्यासियों का श्राद्ध

23 सितंबर- त्रयोदशी का श्राद्ध

24 सितंबर- चतुर्दशी का श्राद्ध

25 सितंबर- अमावस्या का श्राद्ध 

पितृ पक्ष में श्राद्ध करने वाले बरतें ये सावधानी

पितृ पक्ष में पितरों को पानी देना होता है तो उस समय जो पानी अर्पित करता है वो पूरे पितृ पक्ष में बाल और दाढ़ी नहीं बनाएगा। ना ही तमाशी भोजन करेगा। जो ऐसा नहीं किया उसके धन में हानि होता है। ऐसे में जो लोग पितृ पक्ष में पितरों के निमित्त तर्पण करते हैं, उन्हें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसी मान्यता है की श्राद्ध पक्ष में लहसुन, प्याज से बना भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पितृ दोष लगता है। यदि पितरों की मृत्यु की तिथि याद है तो उस तिथि के अनुसार पिंडदान करना सबसे उत्तम माना जाता है।

पितृ पक्ष में है पंचबली का खास महत्व 

ज्योतिशास्त्र के अनुसार पितृ पक्ष में पंचबली का बहुत महत्व है। इसके लिए सबसे पहला भोजन गाय के लिए निकाला जाता है , जिसे गौ बली के नाम से भी जाना जाता है। इसके बाद दूसरा भोजन कुत्ते के लिए निकाला जाता है, जिसे श्वानबली कहा जाता है। फिर तीसरा भोजन कौवे के लिए निकाला जाता है, जिसे काक बलि कहते हैं।

था भोजन देवताओं के लिए निकाला जाता है, जिसे देव बलि कहा जाता है, जिसे या तो जल में प्रवाहित कर दिया जाता है या गाय को खिला दिया जाता है। पांचवां और अंतिम बलि चीटियों का होता है, इसमें चीटियों के निमित्त भोजन निकाला जाता है। जिसे पिपीलिकादि बलि के नाम के जाना जाता है।

ये भी पढ़ें

  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X