अब शुरू हो रहे हैं पंचक, इन पांच दिन बिल्कुल भी न करें ये काम
किसी भी शुभ या शुभ कार्य को शुरू करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है. माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों में सफलता जरूर मिलती है. इसी वजह से अशुभ मुहूर्त में काम करने की मनाही होती है. पंचांग के अनुसार हर महीने में कुछ दिन ऐसे होते हैं जिनमें कई शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. इन दिनों के मेल को पंचक कहते हैं.
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों
जानिए साल 2023 के दूसरे महीने यानी फरवरी में कब से पंचक शुरू हो रहा है और कौन से काम वर्जित हैं. हिंदू धर्म में पंचक को अशुभ माना जाता है. इन दिनों तक चलने वाले पंचकों में केवल कुछ गिने चुने कार्य करना शुभ होता है. लेकिन कई ऐसे काम भी हैं जिन्हें पंचक के दौरान करने की मनाही होती है. जानिए फरवरी के महीने में कब से शुरू हो रहा है पंचक.
फरवरी 2023 में पंचक कब से कब तक?
पंचांग के अनुसार 20 फरवरी को 1 बजकर 14 मिनट से शुरू होकर 24 फरवरी शुक्रवार को 3 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगा. चूंकि यह सोमवार को शुरू होता है, इसलिए इसे राज पंचक कहा जाएगा. इस दौरान सरकारी कार्य, प्रॉपर्टी से जुड़े कार्यों में सफलता प्राप्त होगी साथ ही आर्थिक लाभ मिलने के भी पूरे योग हैं.
पंचक क्या है?
पंचक पांच नक्षत्रों का समूह है. सत्ताईस नक्षत्रों में से पांच नक्षत्र ऐसे हैं जिन्हें अशुभ माना जाता है. इन्हें पंचक कहते हैं. ये नक्षत्र हैं - धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, शतभिषा और रेवती नक्षत्र. पंचक धनिष्ठा नक्षत्र के तीसरे चरण की शुरुआत से रेवती नक्षत्र के अंतिम चरण तक रहता है.
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों
राजपंचक में क्या न करें
पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करना शुभ नहीं माना जाता है. क्योंकि यह दिशा यम की दिशा मानी जाती है. अगर आपको इस दिशा में जाना है तो दही खाकर ही निकलें.
पंचक के दौरान चारपाई-खाट नहीं बनानी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि पंचक के दौरान पालना बनाने से भविष्य में कुछ बड़ी मुश्किलें आ सकती हैं.
पंचक के दौरान छत भी नहीं बनाई जाती है. मान्यता है कि पंचक के दौरान छत बनाने से वहां रहने वालों के बीच विवाद बना रहता है. साथ ही धन हानि होती है.
पंचक में धनिष्ठा नक्षत्र हो तो लकड़ी से संबंधित कुछ कार्य वर्जित होते हैं. पंचक के दौरान घास, लकड़ी इकट्ठा करना और जलाना वर्जित होता है.
ये भी पढ़ें
- Vastu Tips : वास्तु के अनुसार घर में इस पौधे को लगाते ही हो जायेंगे मालामाल
- Jyotish Remedies: भगवान शिव को भूलकर भी अर्पित न करें ये चीजें
- Jyotish shastra: राहु का विवाह और संबंधों पर पड़ता है गहरा असर
- Jyotish Remedies: चंद्रमा का असर क्यों बनाता है मेष राशि को बोल्ड
- जानिए कैसे बुध का गोचर व्यक्ति के लिए प्रभावी