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Navratri Puja : गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया कन्या पूजन, शाम में करेंगे श्रीराम जी का राजतिलक
गोरखपुर का गोरखनाथ मंदिर भारत के पुराने मंदिरों में से एक है. यह मंदिर नाथ पीठ का मुख्यलाय भी है. गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर सीएम योगी आदित्यनाथ हैं. यह मंदिर नाथ योगियों का महत्वपूर्ण केंद्र है. यहां योग साधना और तपस्या सिखाई जाती है.
मुगल काल के दौरान मंदिर को कई बार तोड़ा गया था. ऐसा माना जाता है कि मंदिर के वर्तमान ढांचे का निर्माण 19वीं सदी में महंत दिग्विजय नाथ और अवेद्यनाथ ने करवाया था.
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गोरखनाथ नाथ मंदिर का रजनीतिक महत्व:
साल 1967 में पीठ के तत्कालीन महंत दिग्विजयनाथ सांसद बने थे. इसके बाद उनके उत्तराधिकारी महंत अवैद्यनाथ मानीराम सीट से 1962, 1967 ,1974 और 1977 में विधायक सीट से विधायक बने. इसके अलावा साल 1970, 1989, 1991 और 1996 में गोरखपुर से सांसद भी बनें. अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ पहली बार साल 1998 में लोकसभा चुनाव जीतकर पहली बार सांसद बने थे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज नवमी के मौके पर सुबह गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किया. उन्होंने यह पूजन गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में किया.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज नवमी के शुभ मौके पर सुबह गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किया. उन्होंने यह पूजन गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में किया. इस खास मौके पर सुबह से ही गोरखनाथ मंदिर में पूजा-पाठ के आयोजनों के साथ उत्सव का माहौल बना हुआ था.
कन्या पूजन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया है. कन्या पूजन करके दोपहर 3 बजे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रथ पर सवार होकर रामलीला मैदान तक जाएंगे. इस दौरान हर धर्म और समुदाय के लोग रास्ते भर उनका स्वागत करेंगे.
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वर्षों से चली आ रही गोरक्षपीठ की परंपरा का निर्वहन करते हुए वह रामलीला मैदान पहुंचकर भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे. इसके बाद एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंदिर वापस पहुंचने के बाद सहभोज का आयोजन होगा.
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने अष्टमी की मान में रविवार रात को गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में पूरे विधि विधान से विशिष्ट महानिशा पूजा की थी. वह रविवार शाम को गोरखपुर पहुंचे थे. अष्टमी पर पूजा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वेदी पर उगे जौ के पौधे को वैदिक मंत्रों के बीच काटा.
हवन की वेदी पर ब्रह्मा, विष्णु, रूद्र और अग्नि देवता का आह्वान करते हुए सीएम ने लोक मंगल की कामना की. सीएम विजयदशमी तक गोरखपुर में रहेंगे.
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