Navratri 2022: नवरात्र में दिल्ली के इन मंदिरों में जाकर जरूर ले माता का आशीर्वाद
पूरी होगी आपकी हर मनोकामना26 सितंबर से नवरात्र शुरू हो चुके हैं. हर बार की तरह इस बार भी पूरे देश में नवरात्रि की धूम मची हुई है है. ऐसे में आज हम आपको दिल्ली के उन मंदिरों के बारे में बताएंगे जहां जाकर आप माता के दर्शन कर सकते हैं और मुंह मांगी मुराद पा सकते हैं.
भारत में सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक, नवरात्रि के मौसम के रंग देश भर में धूम मचाने वाले हैं. जैसे-जैसे दिन नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे त्योहारों की तैयारियां शुरू हो गई हैं. दुकानदारों ने भी पूजा के जरूरी समानों की दुकान लगाना शुरू कर दिया है. नवरात्रि, जैसा कि नाम कहता है-नौ रातें, वह समय है जब भक्त नौ दिनों तक उपवास रखते हैं और देवी दुर्गा के स्वागत का जश्न मनाते हैं. देशभर के कई मंदिरों इसकी धूम रहती है. आज हम आपको दिल्ली के उन प्रमुख मंदिरों के बारे में बताएंगे.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
छतरपुर मंदिर
इस जगह को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है. दक्षिण दिल्ली का ये प्रसिद्ध मंदिर छतरपुर में है. इस मंदिर में हर समय भक्त आते जाते रहते हैं लेकिन नवरात्र के समय यहां की रौनक अलग ही रहती है. इसकी अद्भुत वास्तुकला बहुत सारे पर्यटकों को आकर्षित करती है. यहां का मुख्य मंदिर देवी कात्यायनी को समर्पित है और कहा जाता है कि यह नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से खुलता है. इस त्योहारी मौसम में आप माता को नमन करने के लिए इस मंदिर आ सकते हैं.
झंडेवाला मंदिर
रोशनी से सजे इस मंदिर में नवरात्रि की खास धूम रहती है. इस दौरान विशेष अनुष्ठान और पूजा की जाती है. इसे अपनी सूची में शामिल करें और भक्त यहां मां आदि शक्ति का आशीर्वाद ले सकते हैं. मंदिर का नाम कैसे पड़ा यह एक दिलचस्प कहानी है. ऐसा माना जाता है कि मुगल सम्राट शाहजहां के शासनकाल के दौरान इस मंदिर का नामकरण इस नाम से किया गया था और उस समय के दौरान प्रार्थना के रूप में यहां झंडे चढ़ाए जाते थे, इसलिए इसका नाम झंडेवालान पड़ा.
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कालकाजी मंदिर
दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में से एक, कालका मंदिर देवी काली को समर्पित है. स्थानीय परंपराओं के अनुसार, इसे मनोकामना सिद्ध पीठ या जयंती पीठ माना जाता है. ये मंदिर 1764 ईस्वी के आसपास बना है. भक्तों का मानना है कि नवरात्रि के दौरान मां काली अपने भक्तों की मनोकामनाएं और प्रार्थनाएं पूरी करती हैं.
श्री शीतला माता मंदिर
श्री शीतला माता मंदिर दिल्ली-एनसीआर में सबसे लोकप्रिय और बड़े मंदिरों में शुमार है. नवरात्रि के उत्सव के दौरान यह स्थान जीवंत हो उठता है. आने वाले भक्तों को माता शीतला देवी की मूर्ति को छूने की अनुमति नहीं है. वो केवल फूल चढ़ाकर यहां प्रार्थना कर सकते हैं.
काली मंदिर
चित्तरंजन पार्क आमतौर पर सीआर पार्क के रूप में जाना जाता है. यहां स्थित प्रसिद्ध मंदिर देवी काली का घर है. मां काली मां दुर्गा के अवतारों में से एक मानी जाती हैं और बंगाली समुदाय में विशेष रूप से पूजनीय हैं.
गुफा मंदिर
गुफा मंदिर दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में स्थित है. यह पुराने मंदिरों में से एक है और माता वैष्णो देवी को समर्पित है. यह मंदिर के अंदर एक बड़ी गुफा के लिए जाना जाता है जो वैष्णो देवी मंदिर में होने का एहसास देता है. इसमें एक और छोटी गुफा है. गुफा का मुख्य आकर्षण देवी कात्यायनी, चिंतपूर्णी और ज्वाला देवी की मूर्तियां हैं. यह मंदिर नवरात्रि के दौरान भक्तों को बहुत आकर्षित करती है.
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