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Motivational Thoughts : क्रोध वह आंधी है, जिसके आने पर बुद्धि का दीपक बुझ जाता है, पढ़ें इससे जुड़े 5 प्रेरक वाक्य
अल्बर्ट आइंस्टीन के अनुसार क्रोध या फिर कहें गुस्सा केवल मूर्खों के ब्रह्मांड में रहता है. गुस्से के आने पर व्यक्ति का क्या नुकसान होता है, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.अपना हो या फिर पराया, छोटा हो या फिर बड़ा, किसी भी व्यक्ति पर गुस्सा आना स्वाभाविक सी बात है.
यह किसी भी व्यक्ति के द्वारा कभी भी, किसी पर भी किया जा सकता है. यदा-कदा कभी किसी बात पर क्रोध आना तो कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन बात-बात पर या फिर कहें बेवजह किसी पर गुस्सा करना विनाश का सूचक होता है. ऐसे क्रोध को व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है.
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मान्यता है कि जब व्यक्ति को गुस्सा आता है तो उसमें सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है. जिस क्रोध के आने पर व्यक्ति अपने जीवन में कोई भी सही निर्णय लेने मे अक्षम हो जाता है, आइए उससे जुड़ी 5 अनमोल सीख को पढ़ते हैं.
यदि क्रोध पर नियंत्रण न किया जाए तो वह जिस कारण उत्पन्न होता है, व्यक्ति को उससे कहीं ज्यादा हानि पहुंचा सकता है. क्रोध से तो व्यक्ति है बनते काम ही बिगड़ जाते हैं और क्रोध के कारण अपने दूर हो जाते हैं क्रोध में हम किसी को ऐसी बात बोल देते हैं जो दुश्मनी का कारण बन जाती है क्रोध प्रेम का दुश्मन होता है जैसा कि कबीर दास जी ने भी कहा है कि....
रहिमन धागा प्रेम का ,मत तोड़ो चटकाय ।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े तो गांठ पड़ जाए।
किसी व्यक्ति को क्रोध आने पर चिल्लाने के लिए भले ही ताकत की जरूरत न पड़े लेकिन क्रोध आने पर चुप रहने के लिए बहुत ताकत की आवश्यकता होती है.
किसी भी व्यक्ति का क्रोध तभी सही है, जब वह स्वयं पर कर रहा हो क्योंकि ऐसे क्रोध से स्वयं को बदलने की भावना पैदा होती है, परन्तु ऐसा क्रोध लोगों को कम ही आता है.
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जीवन में क्रोध से व्यक्ति के भीतर भ्रम पैदा होता है और भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है तब व्यक्ति का तर्क नष्ट हो जाता है और जब तर्क के नष्ट होते ही व्यक्ति का पतन होता है.
कभी किसी व्यक्ति को क्रोध में उत्तर नहीं देना चाहिए क्योंकि क्रोध व्यक्ति के विवेक को खा जाता है, जिसके बाद उसके भीतर अच्छे-बुरे को सोचने की शक्ति समाप्त हो जाती है. क्रोध में निकली हुई वाणी अधिकतर सामने वाले व्यक्ति को नुकसान ही पहुंचाती है क्योंकि उसका मकसद ही वह होता है लेकिन जब आपका गुस्सा उतर जाता है तो आपको उस पर पछताना भी पड़ता है .इसी वजह से ऐसे कार्य से बचने के लिए क्रोध पर नियंत्रण करना सीखें।
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