खास बातें
Lakshmi Prapti ke Sutra: आर्थिक तंगी या फिर धन की कमी के कारण जीवन में बहुत सारी परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। इसी को देखते हुए इस लेख में लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक सूत्र बताए गए हैं।
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Lakshmi Prapti ke Upay: यदि आप धन की तंगी से परेशान हैं, कर्ज बढ़ गया है और अब आप चाहते हैं कि कहीं से भी धन प्राप्त हो तो इसके लिए आपको मां लक्ष्मी की साधना के साथ ऐसे स्वर्णिम सूत्र बताएंगे कि जिसके चलते आपके घर में धन प्राप्ति के अवसर बढ़ने लगेंगे और माता लक्ष्मी की आप पर कृपा बनी रहेगी। कर्ज से मुक्ति मिलेगी और धन की बचत भी होगी।
सिद्ध साबर मंत्र
साबर मंत्र में पवित्रता का विशेष ध्यान रखना होता है। लाल वस्त्र पहनकर इस मंत्र का जप अर्द्धरात्रि को किया जाता है। 22 दिन तक इसकी प्रतिरात्रि एक माला जपनी होती है। शनिवार या रविवार से इसकी साधना प्रारंभ की जाती है।
ऊँ नमो पद्मावती पद्मनये लक्ष्मी दायिनी वाँछाभूत प्रेत
विंध्यवासिनी सर्व शत्रु संहारिणी दुर्जन मोहिनी ऋद्धि-सिद्धि
वृद्धि कुरू कुरू स्वाहा। ऊँ क्लीं श्रीं पद्मावत्यै नमः।
सर्व कार्य सिद्धि हेतु साबर मंत्र: व्यापार में और अन्य प्रकार के कार्य में सिद्धि या सफलता हेतु इस मंत्र की 31 माला प्रतिदिन 22 दिनों तक जप करने पर यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। इस मंत्र को दिन या रात कभी भी जप सकते हैं।
ऊँ नमो महादेवी सर्वकार्य सिद्धकारिणी जो पाती पूरे
विष्णु महेश तीनों देवतन मेरी भक्ति गुरु की शक्ति श्री
गुरु गोरखनाथ की दुहाई फुरोमंत्र ईश्वरो वाचा।
लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक सूत्र
1. घी में प्रतिदिन बनाई गई पहली रोटी गाय को और अंतिम रोटी कुत्ते को देते रहने से संकट कटता और भाग्य का द्वार खुल जाता है।
2. प्रत्येक शुक्रवार को कनकधारा स्त्रोत, श्रीयुक्त या लक्ष्मी सूक्त का पाठ करेंगे तो घर में मां लक्ष्मी का स्थायी रूप से वास हो जाएगा।
3. प्रतिदिन नियमित रूप से प्रातः उठकर सर्वप्रथम घर की महिला मुख्य द्वार पर एक लोटा जल डालेंगी तो मां लक्ष्मी का घर में सुगमता से प्रवेश होगा।
4. जब भी गेहूं पिसवाएं तो शनिवार को ही पिसवाएं और गेहूं में एक मुट्ठी काले चने अवश्य मिला दें।
5. आर्थिक संपन्नता के लिए नियमित रूप से शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल दें और दीप जलाएं।
6. कभी भी किसी को दान दें तो उसे दहलीज से अंदर न आने दें। दान घर की दहलीज के अंदर से न करें।
7. घर में कभी भी क्रोध न करें और गृहलक्ष्मी को दुखी न रखें।
8. घर की अच्छे से साफ सफाई करें और नियमित रूप में तुलसी के समक्ष घी का दीपक जलाएं।
9. महालक्ष्मी मंदिर में शुक्रवार के दिन माता को कमल का फूल और मिठाई अर्पित करें।
10. कन्याओं को भोजन कराते रहें और उन्हें दक्षिणा देते रहें।