खास बातें
Santoshi Mata Vrat: जो लोग शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत रहते हैं, उन्हें खट्टी चीजों का सेवन करने से मना किया जाता है। लेकिन ऐसा क्यों हैं, इसी के बारे में इस लेख में चर्चा की गई है।
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Santoshi Mata Vrat: शुक्रवार का व्रत कुछ लोग लक्ष्मी माता जी का आशीर्वाद पाने के लिए, तो कुछ लोग संतोषी माता के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए करते हैं। मान्यता के अनुसार इस दिन व्रत रखने से पारिवारिक जीवन सुखमयी होता है व्यक्ति को शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं बल्कि कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना के लिए भी संतोषी माता का व्रत रखती हैं। लेकिन संतोषी माता का यह व्रत अन्य व्रतों से थोड़ा अलग होता है, क्योंकि इसमें सभी प्रकार के फलों का सेवन नहीं किया जाता है। अक्सर आपने सुना होगा कि शुक्रवार के दिन जो व्यक्ति उपवास करते हैं उन्हें खट्टी चीजों का सेवन करने की मनाही होती है, लेकिन ऐसा क्यों है आइए इसी विषय में जानते हैं।
शुक्रवार के व्रत में क्यों नहीं किया जाता खट्टी चीजों का सेवन
शुक्रवार के दिन जो लोग संतोषी माता का व्रत रखते हैं उन्हें इस दिन खट्टा खाने से विषेश रूप से मना किया जाता है। मान्यता के अनुसार संतोषी माता को खट्टी चीजें नहीं पसंद हैं, इसलिए इस व्रत के दौरान किसी भी प्रकार की खट्टी चीजों का सेवन नहीं किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो माता रानी उससे नाराज हो जाती हैं और व्यक्ति को व्रत का फल नहीं मिलता है। वहीं कुछ स्थानों में ऐसा देखा जाता है कि यदि परिवार का कोई सदस्य व्रत रख रहा है तो पूरे परिवार के लोग उस दिन खट्टा नहीं खाते हैं।
शुक्रवार के व्रत में कौन सी चीजों की है मनाही
शुक्रवार के व्रत के दिन खट्टी चीजों में केवल नींबू ही शामिल नहीं है बल्कि उसमें संतरा, मौसमी, अंगूर, ब्लैकबेरी , रसभरी , स्ट्रॉबेरी और वह फल जिनमें मिठास कम और खटास अधिक होती है। व्रत खोलने के बाद प्रसाद भी केवल उन्हीं लोगों को दिया जाता है जो खट्टी चीजों का सेवन नहीं करते हैं।