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जानें पशु-पक्षियों से संबंधित पुराणों में लिखी गई ये बातें

My Jyotish Expert Updated 07 Aug 2021 10:48 AM IST
पशु-पक्षियों से संबंधित पुराणों में लिखी बातें
पशु-पक्षियों से संबंधित पुराणों में लिखी बातें - फोटो : Google
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हिंदू धर्म में जीव-जंतु और पशु-पक्षियों का सदैव ही बहुत आदर किया जाता है। हमारे वेदों और पुराणों में भी ऋषियों और मुनियों ने इन सभी के विषय में विस्तृत रूप से बात की है। गाय को सनातन धर्म में माता के रूप में देखा जाता है ये तो आप सभी को मालूम होगा। इनसे जुड़ी और भी कई धार्मिक मान्यताओं के विषय में आपने पहले भी सुना होगा अपितु आज हम कुछ अन्य जीवों के बात करेंगे। इसके साथ ही हम आपको इनसे संबंधित ऐसी बातें बताएंगे जिसका ज़िक्र आपको हमारे पुराणों में देखने को मिल सकता है।

चींटियों से संबंधित:-
  • क्या आपको मालूम है पूर्ण संसार में चींटियों की 14,000 से भी अधिक प्रजातियां मौजूद हैं? यूं तो चींटी काफ़ी छोटी सी होती है अपितु उसे एक बेहद ही मेहनती जीव माना जाता है। चींटियां हमेशा समूह बनाकर चलती हैं और मिल-बांटकर काम करती हैं। बताया गया है कि हम मनुष्यों के भांति चींटियां भी आपस में वार्तालाप करती हैं, अपने रहने का स्थान बनाती हैं और अपना पेट भरने के लिए भोजन इक्कठा करती हैं।
  • क्या आप जानते हैं चींटियां स्वयं से 100 गुना अधिक भारी सामानों को उठाने का सामर्थ्य रखती हैं। कहते हैं चींटियां जब मिलकर कार्य करती हैं तो वो कुछ भी कर सकती हैं। यहां तक कि वो अपने लगातार प्रयास से पहाड़ तक को काटने की शक्ति रखते हैं। मुख्य तौर से चींटियों के दो ही प्रकार होते हैं – लाल और काली। जहां एक ओर काली चींटी को शुभ माना जाता है वहीं दूसरी ओर लाल चींटी को अशुभ।
  • यदि आप हर रोज़ चींटियों को भोजन देते हैं तो इससे वो चींटियां आपको पहचान लेती हैं और आपके प्रति अच्छी भावना रखती हैं। इसके साथ ही आपको उनकी दुआ मिलती है जो आपको कई मुश्किलों से बचा सकता है। अगर आप कर्ज़ में डूबे हुए हैं तो चींटियों को रोज़ आटा और शक्कर खिलाएं। इससे आपको अपने कर्ज़ से जल्द ही मुक्ति मिलेगी।
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कुत्तों से संबंधित:-
  • पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कुत्ते को यमराज का दूत माना जाता है। इसके साथ ही इन्हें भैरव बाबा का सेवक भी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कुत्तों को भोजन प्रदान करने से भैरव बाबा प्रसन्न होते हैं। यदि आप भैरव बाबा को प्रसन्न करने में सफल होते हैं तो कोई भी मुसीबत आपके पास नहीं आ सकती। इसके साथ ही कुत्तों को प्रसन्न रखना भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। कहते हैं कि आत्माएं कुत्तों से दूर भागती हैं। इसलिए अगर आप कुत्ते को अपने निकट रखते हैं तो वो आपके पास किसी भी बुरी आत्मा को नहीं भटकने देते हैं।
  • कहते हैं कुत्तों में एक खास शक्ति होती है। ये भविष्य में आने वाली घटनाओं का पहले से ही आभास कर लेते हैं। यदि आप कुत्तों को भोजन प्रदान करते हैं तो इससे बहुत पुण्य मिलता है और भिन्न प्रकार के संकटों से आपकी रक्षा होती है। कहते हैं अगर आप कोई भी शुभ कार्य करने जा रहे हैं और कोई कुत्ता आपका रास्ता रोक दे तो ये बुरा संकेत माना जाता है।
  • कुत्ते के रोने और कहरने को भी शुभ नहीं माना जाता। इससे नकारात्मक ऊर्जाओं की उत्पत्ति होती है। कुत्ते पालने के कई फायदे होते हैं। कहते हैं कि यदि घर में कोई पीड़ित या बीमार व्यक्ति हो तो कुत्ता उसकी बीमारी अपने ऊपर ले लेता है। यदि आपके संतान ना हो रही हो तो काले रंग के कुत्ते को पालने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
कौओं से संबंधित:-
  • कौओं के बारे में पुराणों में ऐसे तो कई बातें बताई गई हैं। कहते हैं कौओं का आगमन किसी मेहमान के आगमन का संकेत होता है। इसके साथ ही पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कौओं को पितरों का आश्रय स्थल बताया गया है। कौओं के विषय में ऐसी ही कई सारी अनोखी और रहस्यमयी बातें बताई गई हैं।
  • कहते हैं कि जब देवताओं और दानवों के बीच अमृत के लिए समुद्र मंथन हुआ था तो उस समय कौओं ने भी थोड़ी सी अमृत चख ली थी। परिणाम स्वरूप कौए कभी भी किसी बीमारी या अपनी उम्र के कारण मृत्यु को प्राप्त नहीं होते। इनकी मृत्यु हमेशा आकस्मिक तरीके से होती है।
  • इसके अतिरिक्त जैसा की हमने आपको बताया कि कौओं को पितरों का आश्रय स्थल बताया गया है। पितरों की पूजा के समय कौओं का बहुत महत्व माना जाता है। कहते हैं कि पितरों की पूजा के समय यदि कौओं को भोजन कराया जाए और वो ये भोजन ग्रहण कर लें तो उनके ज़रिए ये भोजन पितरों को प्राप्त होता है। इसके साथ ही कौओं को भोजन कराने से सभी कष्टों और दुखों का विनाश होता है।

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