myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Keep fast on Shivratri on this day, every problem will be away

Masik Shivratri 2022:  शिवरात्रि का व्रत रखें इस दिन, हर परेशानी होगी दूर

Myjyotish Expert Updated 26 Aug 2022 10:06 AM IST
शिवरात्रि का व्रत रखें इस दिन, हर परेशानी होगी दूर
शिवरात्रि का व्रत रखें इस दिन, हर परेशानी होगी दूर - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन

शिवरात्रि का व्रत रखें इस दिन, हर परेशानी होगी दूर 


महादेव देवताओं के देवता हैं. भगवान भोले की पूजा करने वाले भक्त को जीवन में किसी भी प्रकार का रोग, शोक, भय आदि नहीं होता है. 25 अगस्त को मासिक शिवरात्रि का समय होगा. इस समय शिव पूजा के चमत्कारी फायदे मिलते हैं जो जीवन को समृद्धशाली ओर सुखी बनाते हैं. मासिक शिवरात्रि पूजा भगवान को जल्द ही खुश कर देने वाली पूजा है. शिव की पूजा आप किसी भी समय कर सकते हैं लेकिन उनकी पूजा जब सोमवार, शिवरात्रि पर करते हैं तो इसे पूजा के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है. 

शिव के भक्त इन दिनों पर विशेष रुप से पूजन करते हैं भगवान को वह अनेक नामों से पुकारते हैं भोले, शंकर, गंगाधर, नीलकंठ आदि के नाम से पूजे जाते हैं. मासिक शिवरात्रि पर आप बस ढेर सारे जल से अर्घ्य देकर शिव की पूजा कर सकते हैं. इतने से कार्य द्वारा भी आपके सभी मनोरथ पुर्ण होने संभव हैं. 

मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों का हल

मासिक शिवरात्रि पूजा के लाभ
मासिक शिवरात्रि पूजा के द्वारा साधना का हर चरण पूरा होता जाता है. हर तरह के दुखों को दूर करती है ये पूजा.
मासिक शिवरात्रि पूजा बाधाओं को दूर करती है और जीवन के हर क्षेत्र में मनुष्य को जीत दिलाती है.
मासिक शिवरात्रि पूजा के द्वारा शिव के साधक की कभी हार नहीं होती है.
मासिक शिवरात्रि पूजा की आराधना से किसी भी प्रकार का रोग दूर हो जाता है.
मासिक शिवरात्रि पूजा द्वारा शोक नहीं होता. 
भक्त, भोलेनाथ की कृपा से हमेशा रोगमुक्त रहते हैं.
भगवान शिव शक्तिपुंज हैं, इसलिए उनकी पूजा करें-पूजा से शरीर में अद्भुत ऊर्जा शक्ति की अनुभूति होती है. 

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

मासिक शिवरात्रि पूजा विधान 
शिवरात्रि भगवान शिव के लिए भक्तों के लिए महत्व रखती है. प्रत्येक हिंदू पंचांग माह के कृष्ण पक्ष के दौरान चतुर्दशी तिथि मासिक शिवरात्रि है.जो भक्त मासिक शिवरात्रि व्रत का पालन करना चाहते हैं, वे इसे महा शिवरात्रि के दिन से शुरू कर सकते हैं और इसे एक वर्ष तक जारी रख सकते हैं.
शिवरात्रि व्रत का पालन करने वाला सुबह जल्दी उठता है, स्नान करता है और नए कपड़े पहनता है.
रुद्राक्ष की माला पहनना और विभूति लगाना अनुष्ठान का महत्वपूर्ण हिस्सा है.
भक्त इस दिन एक शिव मंदिर में जाते हैं और शिव लिंग का जल, दूध, शहद और अन्य शुभ पदार्थों से स्नान करते हैं.
अभिषेक के बाद तिलक लगाया जाता है. इसके अलावा, एक गुलाबी और सफेद कमल की माला देवता को अर्पित की जाती है.
धूप दीप अगरबत्ती जलाना और मंत्र जाप किया जाता है. 

ये भी पढ़ें

  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X