Jyotish Tips: नए साल में करें ये ग्रहों के लिए ये उपाय तो सुख-समृद्धि में कभी नहीं आएगी कमी
नए साल का समय हम सभी के लिए अनुकूल रहे और सभी खुशियां हमें प्राप्त हों यह कामना हम सभी करते हैं. पर यदि इसी के साथ कुछ उपायों को भी कर लिया जाए तो हमारी कामनाएं पूरी होने में जरा भी देर नहीं लगेगी. साल के पहले ही दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं.
नए साल में कई महत्वपूर्ण ग्रहों का भी गोचर होगा. नए साल में कई महत्वपूर्ण ग्रहों का भी गोचर होगा. ऐसे में पूरा साल उथल-पुथल भरा रहेगा. ऐसे में ग्रहों के उपाय करना उचित रहेगा. ऐसा करने से आपको ग्रहों के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिल जाएगी और शुभ फल मिलने लगेंगे. जानिए सभी नौ ग्रहों के ऐसे ही उपायों के बारे में.
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उपाय सभी नौ ग्रहों के लिए
सूर्य ग्रह
यदि कुंडली में सूर्य विपरीत हो या अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो तांबे का छल्ला अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए. इसके अलावा आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करने से सूर्य की अनुकूलता प्राप्त होती है. इनके साथ ही सूर्य प्रभाव की वस्तुएं जैसे गुड़, अनार, लाल चंदन, लाल कपड़ा आदि जरूरतमंदों को दान करना चाहिए.
चंद्र ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. चंद्रमा की महादशा होने पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए. अगर आर्थिक स्थिति अच्छी है तो रुद्राभिषेक भी किया जा सकता है. प्रत्येक सोमवार को महादेव को दूध मिले जल से स्नान कराना चाहिए.
मंगल ग्रह
यह ग्रह शरीर में बहने वाले रक्त और मांस-मज्जा का कारक ग्रह है. मंगल की महादशा होने पर हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए. लगातार सात मंगलवार हनुमानजी को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर चोला चढ़ाना चाहिए.. साथ ही हर मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए. बंदरों को गुड़ और चना खिलाने और गरीबों को गुड़ बांटने से भी मंगल दोष दूर होता है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
बुध ग्रह
यदि कुंडली में बुध अशुभ हो तो जातक को दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए. यदि यह संभव न हो तो मां दुर्गा की पूजा करें, गाय को हरी घास या चारा खिलाएं. इसके साथ ही कनिष्ठिका अंगुली में पन्ना रत्न धारण करना चाहिए. इससे बुध की अनुकूलता मिलती है.
गुरु ग्रह
जब देवगुरु ग्रह प्रतिकूल हो तो प्रत्येक गुरुवार को भगवान विष्णु और केले की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही प्रतिदिन केले के पेड़ के पास देसी घी का दीपक जलाना चाहिए. विष्णु मंदिर में जाकर भगवान विष्णु को पीला वस्त्र, गुड़, पीली मिठाई आदि अर्पित करनी चाहिए. इससे गुरु मित्रवत हो जाते हैं और शुभ फल देने लगते हैं.
शुक्र ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को भोग विलास और वैभव का प्रतीक माना गया है. शुक्र के विपरीत होने पर प्रत्येक शुक्रवार को व्रत करना चाहिए. इसके साथ ही लक्ष्मी सूक्त और श्री सूक्त का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए. हीरा हाथ में धारण करने से शुक्र भी अनुकूल हो जाता है.
शनि ग्रह
न्याय के कारक शनि से सभी डरते हैं. शनि की महादशा होने पर व्यक्ति को तुरंत हनुमानजी की शरण लेनी चाहिए. प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर उनकी पूजा करनी चाहिए. साथ ही पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए. तुरंत राहत के लिए रोजाना सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए.
राह केतु
यह एक छाया ग्रह है जो जिस ग्रह के साथ युति करता है उसके गुणों और अवगुणों को बढ़ाने का काम करता है. राहु केतु होने पर भगवान शिव या भैरव की पूजा करनी चाहिए. काले कुत्ते को रोटी देनी चाहिए और सात अनाज मिलाकर पक्षियों को दाना देना चाहिए. गोमेद धारण किया जा सकता है.
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