संतान संबंधित ज्योतिष सूत्र से मिलेगा योग्य संतान का सुख
संतान जन्म को लेकर स्त्री के भीतर अनेकों तरह की कल्पनाएं जन्म लेती हैं, गर्भावस्था एक महिला के जीवन में सबसे आश्चर्यजनक और महत्वपूर्ण चरणों में से एक है. एक नए जीवन को जन्म देना अपने आप में भावनात्मक रूप से बदलाव होने के साथ-साथ बहुत रोमांच और सुखद एहसास होता है. ज्योतिष हमारे जीवन के भविष्य के कार्यों के साथ-साथ संतान सुख से संबंधित प्रमुख स्थिति को भी दर्शाता है जिसके द्वारा एक योग्य संतान प्राप्ति कैसे की जाए इस विषय में भी विस्तार पूर्वक बातें हमें यहांज्ञात होती हैं. संतान जन्म के संपूर्ण समय के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों की भूमिका संतान गुण धर्म को प्रभावित करने वाली होती है जो उत्तम संतान प्राप्ति को तय करने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
गर्भवती महिलाओं के लिए ज्योतिषीय सुझाव
किसी भी महिला की गर्भावस्था नौ महीने की होती है और इन नौ महीनों में भ्रूण में पारिवारिक जीन की प्राकृतिक विरासत के साथ-साथ अपनी मां से भावनात्मक और मानसिक तनाव या शांति को ग्रहण करने की शक्ति होती है. प्रेम का ग्रह शुक्र पहले महीने में सर्वोत्तम परिणाम देता है, इसलिए कमजोर शुक्र माता के साथ कुछ समस्याओं को दर्शाने वाला होगा. इसलिए पति-पत्नी दोनों को अपने घर को साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रखना चाहिए. मंगल गर्भावस्था के दूसरे महीने को प्रभावित करता है और हड्डियों और रक्त को नियंत्रित करता है, इसलिए एक स्वस्थ और मजबूत बच्चा तभी संभव है जब माता-पिता की कुंडली में मंगल मजबूत हो.
इस महीने के दौरान मसालेदार भोजन से बचना चाहिए और अपने दाहिने हाथ में तांबे का ब्रेसलेट पहनना अच्छा होता है. तीसरा महीना बृहस्पति का होता है और यदि माता का बृहस्पति मजबूत और अच्छी तरह से स्थित है, तो यह बच्चे को सुंदर त्वचा के साथ-साथ आध्यात्मिक झुकाव देता है. चौथा महीना गर्भावस्था का यह महीना सूर्य का होता है जो बच्चे के संपूर्ण स्वस्थ विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. माता-पिता की कुंडली में मजबूत सूर्य बच्चे को व्यक्तिगत मानसिक क्षमता और बुद्धि के साथ अपना निर्णय लेने की क्षमता देता है. इस महीने में तांबे के गिलास में ढेर सारा पानी पिएं.
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5वां महीना चंद्रमा का होता है और यदि माता का चंद्रमा अच्छा और मजबूत हो तो बच्चे का व्यवहार और भावनाएं संतुलित रहता है, माता-पिता को यह सुनिश्चित करने के लिए ये उपाय करने चाहिए कि उनके बच्चे का चंद्रमा अच्छा हो, चांदी के गिलास में पानी पीना तथा चंद्र पूजन शुभ होता है. छठा महीना यह शनि का महीना है और अच्छा शनि एक मजबूत तंत्रिका तंत्र को दर्शाता है इसलिए ऐसा खाना खाने से बचें जिससे आपके शरीर में गैस बनती हो और आयरन से भरपूर खाना उत्तम होता है.
गर्भावस्था के 7वें महीने के दौरान आपके बच्चे को मानसिक रूप से सक्रिय, बहुत बुद्धिमान और स्मार्ट बनाने के लिए बुध जिम्मेदार होता है, इसलिए सातवें महीने में ढेर सारी हरी सब्जियां खाने से मां और बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. 8 वां महीना आपकी पूजा आराधना या इष्ट देवता का है, चाहे आपका धर्म कुछ भी हो. अपने बच्चे के आशीर्वाद के लिए अपने सर्वशक्तिमान में विश्वास के अपने मार्ग का अनुसरण करना चाहिए.
9वां महीना वह समय होता है जब बच्चे का जन्म होना होता है. यह महीना फिर से चंद्रमा का है माँ का कारक, इसलिए माँ और बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए कुछ सरल नियमों का पालन करना शुभदायक होता है.
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