शुक्र देता है करियर से जुड़े कई रोचक अवसर
शुक्र ग्रह का प्रभाव जीवन में रोमांच और कल्पनाशीलता का गुण देता है. ज्योतिष मानता हैं कि शुक्र ग्रह व्यक्ति के करियर को दिशा देने या उसे बिगाड़ने में भी बहुत योगदान देता है. शुक्र का प्रभाव कला से जुड़ा है चकाचौंध से भरी दुनिया में शुक्र द्वारा ही स्वागत संभव हो पाता है. यदि शुक्र आपके लिए सकारात्मक है तो यह आपको उच्च कोटी का कलाकार बना सकता है. आपकी समक विश्व भर में प्रसिद्ध हो सकती है. शुक्र का कुंडली में प्रभाव किसी तरह का है क्या शुक कमजोर है या निर्बल मार्गी है या वक्री पाप प्रभाव युक्त है अथवा शुभ प्रभाव से भरा है. इन सभी बातों को बारीकी से समझ कर ही शुक्र से मिलने वाले लाभ को समझा जा सकता है तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कुंडली में शुक्र का प्रभाव कैसे किसी के करियर को बनाने में सहायक हो सकता है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
कला और संगीत से जोड़ता है शुक्र
शुक्र को कवि, संगीत और काव्यात्मक क्षमता देने वाला माना जाता है. शुक्र गाय को इंगित करता है तो कोई गाय, दूध से निर्मित चीजों का व्यापार कर सकता है, शुक्र वाहनों का कारक भी है. यह वाहन, परिवहन, रेलवे, बस, हवाई यात्रा और शिपिंग से जुड़ा रोजगार दे सकता है. कोई ड्राइवर या पायलट हो सकता है. इसके अलावा शुक्र सभी ललित कलाओं जैसे चित्रकला, संगीत नृत्य आदि का कारक बनता है तथा बुध के साथ मिलकर इन में निपुणता दिलाने में प्रमुख हो सकता है. शुक्र ग्रह वस्त्र, आभूषण, इत्र और फूल, पाक कला का कारक है. यह रसोइया, बटलर, नौकरानी-नौकर, मिठाई बनाने वाले, हलवाई और पुरुष सेवकों को दर्शाता है. गुड़, खाद्य पदार्थ, दूध, दही आदि की बिक्री भी शुक्र द्वारा प्रभावित होती है. शुक्र वाहन, सभी प्रकार के वाहन, बस, लॉरी, रेलवे, विमान, संगीत, पेंट, पेट्रोल, रंग, गायक, सिनेमा, नाटक, रेशम, इत्र, कृषि, चांदी, सफेद चीजें, हीरा, महिलाओं के रोग, पक्ष-विपक्ष, पंचायत, जूरी, महिला स्कूल, एक्सरे, ग्लास, ड्राफ्ट्समैन, आदि को दर्शाता है. हीरे, जिन्न, जवाहरात, आभूषण, विवाह, माला, युवतियां, सैक्स विद्या पर शुक्र का प्रभाव होता है. ज्योतिष शास्त्र जातक पारिजात के अनुसार शुक्र श्वेत वस्तुओं से जुड़ा होता है.
कुंडली में शुक्र के साथ अन्य ग्रहों का योग
कुंडली में शुक्र यदि उपयुक्त योग युति में हो तो ऎसे में यह अत्यंत शुभदायी होता है. यह संगीतकार पैदा करता है, जब भाव शुभता मिलती है तो कला और फैशन के स्थानों पर सक्रिय होता है. अन्य ग्रहों जैसे बुध आदि का प्रभाव संगीत वाद्ययंत्र बजाने को दर्शाता है. शुक्र सभी प्रकार के चित्रकारों, गायकों और कलाकारों को दर्शाता है. ऎसे में बुध शुक्र का लाभकारी प्रभाव भी आवश्यक है, क्योंकि बुध आवश्यक बौद्धिक क्षमता प्रदान करता है.
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शुक्र स्त्री ग्रह है, इसलिए यह महिलाओं के संघ के माध्यम से कमाई को इंगित करता है. फिल्म उद्योग, सिनेमा, अभिनय, निर्देशन जैसे व्यवसाय शुक्र के साथ विशेष रूप से जुड़े हुए हैं. शुक्र जलीय ग्रह है इसलिए, यदि यह चंद्रमा या जल राशियों से जुड़ा है, तो व्यक्ति का काम पानी और तरल पदार्थों से जुड़ा हो सकता है जैसे कि शरबत, पेय, सोडा वाटर, पेंट, नेवी, जल आपूर्ति आदि की बिक्री. चंद्रमा से जुड़ा शुक्र सोने, कीमती पत्थरों, वाहनों, महिलाओं, छल, दही, घी, गाय और इत्र पर काम करने को प्रेरित करता है. शुक्र वस्त्र का कारक है और चंद्रमा के साथ मिलकर कपड़े, कढ़ाई, रेशम व्यापार, महिलाओं की पोशाक फैशन डिजाइनर बना सकता है. शुक्र दूसरे और पांचवें भाव से जुड़ा हो तो जातक संगीतकार बन सकता है. शुक्र सौंदर्य और भोग का कारक है. इस प्रकार यह सौंदर्य प्रसाधन, इत्र, सुगंध और इनसे जुड़े व्यवसायों का प्रतिनिधित्व कर सकता है ओर यह बुध के साथ मिलकर सफल व्यापारी बनाता है.
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