होलिका दहन पर उग्र राहु बिगाड़ सकता है बनते काम, इन कामों को कर अशुभता से बचें
होलाष्टक का समय ग्रहों की स्थिति अनुसार काफी विशेष होता है. इस समय ग्रहों की उग्रता भी बढ़ जाती है. जिसमें शुभ ग्रहों का असर भी कुछ कम देखने को मिलता है. होलिका दहन पर होलाष्टक समाप्त हो जाता है लेकिन इस दिन राहु का विशेष प्रभाव होता है. उग्र राहु की पीड़ा से बचने के लिए होलिका दहन के दिन कुछ उपायों को करने से लाभ मिलता है. होलिका दहन पर बन रहे काम को क्रोधित राहु बिगाड़ सकता है,
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
इन कामों को करने से अशुभता से बचा जा सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलाष्टक से फाल्गुन पूर्णिमा तक आठ दिनों तक आठ ग्रहों का स्वभाव उग्र रहता है, जिसका बुरा असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है. होलिका दहन पर बन रहे काम को क्रोधित राहु बिगाड़ सकता है, ऎसे में यदि कुछ उपायों को कर लिया जाए तो राहु की शांति होती है और उपायों को करने से अशुभता से बचाव भी संभव होता है.
राहु के दूषित होने पर व्यक्ति का स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित होता है, वाणी दोष के कारण बनते काम बिगड़ जाते हैं. राहु के अशुभ प्रभाव के कारण व्यक्ति को बदनामी और कलंक का सामना करना पड़ता है. गलत भाषा से रिश्ते बिगड़ते हैं. राहु की पीड़ा को शांत करने के लिए भगवान शिव का पूजन एवं दुर्गा पूजन अत्यंत उत्तम होता है. भगवान का पूजन करने से राहु शांत रहता है तथा जीवन में सभी कार्य सकारात्मक रुप से आगे बढते हैं.
राहु की पीड़ा से मुक्ति के लिए होलिका दहन के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं. गणपति को दूर्वा अर्पित करनी चाहिए. गणेश जी का पूजन करने से भी राहु की शांति प्राप्त होती है अत: इस दिन इस उपाय को अवश्य करना चाहिए.
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों
राहु का अशुभ प्रभाव हो तो उससे बचने के लिए जातक राहु के मंत्र जैसे ऊँ रां राहवे नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. साथ ही सिक्के, काला कंबल, अगरबत्ती दान करना भी राहु की शांति के लिए बहुत उपयोगी होता है.
होलिका दहन के दिन शिवलिंग के सामने घी का दीपक जलाकर महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे राहु शांत होता है और उसके सकारात्मक प्रभाव जीवन में कठोरता को दूर करने वाले होते हैं.
राहु की शांति के लिए विकलांगों की मदद करें. चींटियों को सात अनाज खिलाना भी उत्तम कार्य माना गया है. पीपल और पान के पत्तों का पूजन करना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन बेल के पेड़ पर घी का दीपक जलाकर शिव चालीसा का पाठ करने से शिव हर कष्ट से रक्षा करते हैं.
ये भी पढ़ें
- Vastu Tips : वास्तु के अनुसार घर में इस पौधे को लगाते ही हो जायेंगे मालामाल
- Jyotish Remedies: भगवान शिव को भूलकर भी अर्पित न करें ये चीजें
- Jyotish shastra: राहु का विवाह और संबंधों पर पड़ता है गहरा असर
- Jyotish Remedies: चंद्रमा का असर क्यों बनाता है मेष राशि को बोल्ड
- जानिए कैसे बुध का गोचर व्यक्ति के लिए प्रभावी