सावन माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करने हेतु काशी में कराएं रुद्राभिषेक - 04 जुलाई से 31 अगस्त 2023
हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दौरान में मनाई जाती है. इस साल हरियाली तीज 19 अगस्त को मनाई जाएगी इस दिन को श्रावणी तीज भी कहा जाता है. इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं.
सावन माह पर सरसों के तेल का अभिषेक दिलाएगा कर्ज मुक्ति, शत्रु विनाश और मुकदमों में जीत 04 जुलाई से 31अगस्त 2023
माता पार्वती की पूजा करती हैं और उनसे अपने सुखी जीवन का आशीर्वाद मांगती हैं. कुछ जगहों पर कुंवारी लड़कियां भीांपने मनपसंद साथी को पाने के लिए व्रत रखती हैं. हरियाली तीज के दिन महिलाएं पेड़ पर झूला डालती हैं और सावन के लोक गीत गाकर इस त्योहार की खुशियां मनाती हैं. इस दिन हरे रंग का बहुत महत्व होता है इसलिए इस दिन हरी साड़ी के साथ हरी चूड़ियां पहनने का रिवाज है. आइए जानते हैं हिरियाली तीज का महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा.आइए जानते हैं इस त्योहार से जुड़ी खास बातें और इसके महत्व के बारे में
अब हर समस्या का मिलेगा समाधान, बस एक क्लिक से करें प्रसिद्ध ज्योतिषियों से बात
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज क अपर्व मान्यताओं के अनुसार अलग अलग स्थानों पर अलग रुप में भी दिखाई दे सकता है. इस दिन कुछ जगहों पर महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं तो कुछ जगहों पर महिलाएं फल खाकर इस व्रत को करती हैं. इस दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी लगाती हैं. सोलह श्रृंगार करती हैं. इस दिन हरे रंग को विशेष रुप से धारण भी किया जाता है. महिलाएं सिर से पैर तक अपने श्रृंगार में इस रंग को शामिल करती हैं. भक्ति भाव के साथ इस दिन को मनाती हैं.
लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए इस सावन सोमवार उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में कराएं रुद्राभिषेक 04 जुलाई से 31अगस्त 2023
हिरयाली तीज का महत्व
मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने महादेव को पति के रूप में पाने के लिए किया था. इस व्रत को करने से पति की दीर्घायु के साथ-साथ संतान प्राप्ति की इच्छा भी पूरी होती है. इस व्रत को करने से स्त्रियों को शिव-पार्वती के समान अक्षय सुख की प्राप्ति होती है.