बड़े काम के हैं गणपति , जिनके शरीर में छिपा है किस्मत चमकाने का गहरा राज
हिंदू देवताओं में सभी देवताओं की तरह, गणेश का पौराणिक मूल है ।विनायक हमारे पूर्ण परब्रह्म हैं, वे हर समय में मौजूद रहते हैं । विनायक अपने उपासकों के मन से भय को दूर करते हैं और उन्हें हर कठिनाई को पार करने में मदद करते हैं।पूजनीय माने जाने वाले गणपति को गुणों की खान कहा जाता है। कुछ दिन से देश-दुनिया में दस दिन में गणेश उत्सव की शुरुआत होने वाली है। मान्यता है कि इन 10 दिनों में गणपति पृथ्वी पर निवास करते हैं। यही कारण है कि प्रत्येक व्यक्ति उनकी पूजा-व्रत आदि के माध्यम से मनचाहा वरदान पाने का प्रयास करता है।
किसी भी सफल कार्य के लिए किसी भी देव की पूजा से पूर्व श्रीगणपति की पूजा करना पौराणिक विधान है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि करीब आते ही गणपति के भक्त बप्पा की पूजा की तैयारियों में जुट जाते हैं। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन ही भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गुणों की खान माने जाने वाले गणपति की सिर्फ पूजा ही नहीं बल्कि उनके शरीर के आकार का भी हमारे जीवन से जुड़े सुख एवं सफलता का माध्यम बनता है। गणपति को मंगलमूर्ति कहते हैं, क्योंकि इनके अंग अंग में आशीर्वाद और वरदान निर्लिप्त हैं। आइए गणपति के शरीर से मिलने वाली बड़ी सीख के बारे में जानते हैं।
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गजानन की छोटी आंखे
गणपति बप्पा के बड़े से शरीर में छोटी आंखे इस बात की सीख देती हैं, कि किसी भी बड़ी चीज़ के आगे अगर आपको कोई छोटी चीज़ दिखे तो उसे काम ना समझे।गणपति की छोटी आंखे प्रत्येक छोटी से छोटी चीज के बारे में गंभीरता के साथ चिंतन और मनन करते हुए जीवन में किसी फैसले को लेने की सीख देती है।
गजानन के बड़े कान
मान्यता है की जिसके बड़े कान होते है वो बहुत भाग्यशाली होता है।गणपति के बड़े कान हमें जीवन में सभी की बातों को ध्यान से सुनकर सही बातों को अपनाने और गलत बातों को बाहर निकालने की सीख देता है। बिल्कुल वैसे ही जैसे सूप अच्छी चीजों को अपने पास रख लेता है और हल्की चीजों को हवा में उड़ाकर बाहर कर देता है।
गजानन का बड़ा पेट
विनायक के विशालकाय शरीर में उनका पेट बहुत बड़ा है।विनायक का बड़ा पेट हमको ये सीख देता हैं कि बातें कितनी भी बड़ी हो या छोटी , अच्छा हो या बुरा हर तरह के बातों को पचाने की समझ देता है। गणपति का पड़ा पेट खुशहाली का प्रतीक है।लंबे पेट के कारण भगवान श्री गणेश को लंबोदर कहकर भी बुलाया जाता है।
गजानन का सिर
गणपति का सिर हाथी होता है। गजानन का बड़ा सिर हमें जीवन में बड़ी सोच रखने की सीख देता है। वैसे पशुओं में हाथी काफी बुद्धिमान होता है। ऐसे में हमें गणपति के बड़े सिर से जीवन में बड़े लक्ष्य रखने की सीख मिलती है।
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गजानन की लंबी सूंड़
गजानन का लंबा सूंड दूरदर्शिता का सूचक है। हमे ये सीख देता है की आपकी पकड़ जिस भी क्षेत्र में हो उसे लंबे समय तक बनाए रखें।मान्यता है कि जिस तरह लंबी सूंड़ दूर तक सूंघने में समर्थ होती है, वैसे ही हमें जीवन में सतर्क रहते हुए हर अच्छी बुरी चीजाें को पहले से भांप लेने का प्रयास करना चाहिए।
गजानन का वाहन
सब जानते है की गजानन का वाहन सबसे अलग और अनोखा चूहा है।हमे गजानन के सवारी चूहा से सीख लेना चाहिए की हम कितने भी बड़े क्यों ना हो जाए लेकिन हमे खर्चे हमेशा सोच समझ कर करना चाहिए। कभी भी पैसा को पानी के जैसे खर्च नहीं करना चाहिए।
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