भारत में यहां दिखती है गणेशोत्सव की अलग ही धूम, भव्य पंडाल मोह लेते हैं मन
आज से पूरे भारत में गणेश उत्सव बड़े धूम धाम से मनाया जाएगा। ये उत्सव दस दिनों तक चलने वाला है। वैसे तो गणेश उत्सव लगभग पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन महाराष्ट्र और गुजरात में गणपति की धूम होती है।आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी का जश्न मनाया जा रहा है। इस त्योहार को देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग ही धूम रहती है। महाराष्ट्र की गणपति पूजा बहुत ही मशहूर है। महाराष्ट्र के कई शहरों में भव्य गणपति पंडाल लगते हैं। भगवान गणेश की भक्ति में डूब भक्त उनके लिए भव्य पंडाल तक सजाते हैं। आइए हम इसके बारे में कुछ जानते है :–
मुंबई के 'लालबाग राजा'
1934 से ही यहां गणपति की मूर्ति स्थापित की जा रही है। इस गणपति पंडाल में विराजमान गणेश जी को मन्नतों का गणपति भी माना जाता है।इस पंडाल को 'लालबाग का राजा' कहा जाता है। मुंबई के लालबाग के राजा के इस पंडाल पर हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। ये जीडी गोयनका रोड पर सबसे प्रसिद्ध गणेश पंडाल होता है।यहां हजारों नहीं लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
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गणेश गली मुंबईचा राजा
1928 में मिल श्रमिकों के लिए इस गणपति पंडाल की शुरुआत हुई थी। हर साल गणेश गली मुंबईचा राजा में एक थीम पर आधारित गणेश पंडाल का आयोजन होता है। यह गणपति पंडाल लालबाग के राजा से कुछ ही दूर पर स्थित है। ये भी मुंबई में मौजूद एक भव्य पंडाल है।हर बार साल यहां भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। गणेशोत्सव की धूम के लिए मुंबई ही नहीं पूरा महाराष्ट्र फेमस है।
जमशेदपुर
हर जगहों पर बड़े धूम धाम से गणेश उत्सव मनाया जाता हैं।कोरोना के चलते करीब 2 साल बाद गणेश उत्सव को पहली बार धूमधाम से मनाया जा रहा है।इसका सबूत जमशेदपुर है, क्योंकि यहां भी गणेश उत्सव के उपलक्ष में भव्य पंडाल लगाया जा रहा है। खास बात है कि यहां केदारनाथ धाम की 60 फीट ऊंची प्रतिमा तक लगाई जा रही है।
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खेतवाडीचा राजा
इस मंडल की स्थापना 1959 में हुई थी। इस पंडाल की खास बात ये है कि यहां के गणेश जी की मूर्ति का आकार सालों से एक जैसा ही है।सभी में गणेश पंडाल सजते हैं, हालांकि 12वीं लेन का गणपति पंडाल सबसे लोकप्रिय है। क्योंकि यहां की पंडाल बहुत भव्य होती है। गणेशोत्सव में खेतवाडीचा राजा के दर्शन भी कर सकते हैं।
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