Ganeshji Ke Upay: इन श्री गणेश मंत्र का जाप करने से हर इच्छा होगी पूरी
भगवान श्री गणेस को सभी प्रकार के विध्नों से मुक्ति दिलाने वाला देव रुप माना गया है. इनका स्मरण मात्र करने से ही सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं कार्यों की सफलता के लिए भगवान श्री गणेश जी का नाम सुमिरन करना ही अत्यंत विशेष माना गया है.
श्री गणेश मंत्र को रोजाना सिर्फ एक बार बोल लेने से ही सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं. गणेश जी को प्रसन्न करना जितना आसान है, उनकी पूजा विधि भी उतनी ही सरल है. इसके लिए अधिक तामझाम करने की आवश्यकता नहीं होती है.
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भारतीय सनातन धर्म में पंचदेवों की पूजा करने की विधि बताई गई है. ये पांच देवता हैं सूर्य, विष्णु, शिव, मां भगवती और गणेश. गणेशजी जी को प्रथम पूज्य के रुप में स्थान प्राप्त होता है. मान्यता है कि अगर गजानन गणपति की विधिवत पूजा की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. गणेश जी को प्रसन्न करना जितना आसान है, उनकी पूजा पद्धति भी उतनी ही सरल है. बहुत ही साधारण पूजा करनी है.
आइए जानते हैं श्री गणपति जी के कुछ ऐसे ही सरल उपायों के बारे में और मंत्रों के बारे में जिससे हर मनोकामना पूरी हो सकती है.
श्री गणेश जी के मंत्र उपाय
गणपति की पूजा करने के लिए सबसे पहले आपको सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए. नहाने के बाद साफ, स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए. इसके पश्चात घर के मंदिर या आसपास के किसी मंदिर में जाकर गंगाजल मिश्रित जल से गणपति का अभिषेक करना चाहिए. श्री गणेश जी को लाल फूल, माला, पान के पत्ते, सुपारी आदि अर्पित करने चाहिए.
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इसके साथ ही देवी की मूर्ति के सामने अगरबत्ती, देसी घी का दीपक जलाना चाहिए. श्री गणेश जी की आरती करनी चाहिए. गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना बहुत ही शुभ होता है. इसके बाद उन्हें मूंग के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. अंत में उनसे जाने-अनजाने में हुई भूल के लिए क्षमा मांगें और निम्न मंत्रों में से किसी एक का जाप करना चाहिए.
श्री गणेश जी के नाम स्मरण का लाभ
शास्त्रों में गणेश जी के 12 नामों वाला एक मंत्र बताया गया है. यह मंत्र भगवान के नाम स्मरण हेतु बहुत ही शुभ होता है. इस मंत्र में गणपति के बारह नाम एक साथ दिए गए हैं. इस मंत्र के स्मरण मात्र से व्यक्ति के सभी बिगड़े कार्य पूर्ण हो जाते हैं. मंत्र इस प्रकार है
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:. नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :..
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:. गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम..
इस मंत्र का जाप करने से हर मनोकामना पूरी होती है.
पुराणों में गजानन का एक मंत्र दिया गया है. किसी भी कार्य को करने से पहले यदि इस मंत्र का 21 बार जाप किया जाए तो सफलता अवश्य ही प्राप्त होती है. यदि इस मंत्र का जाप प्रतिदिन किया जाए तो व्यक्ति का सोया हुआ भाग्य भी जाग जाता है.
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय.
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्.
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