घर लेने की चाह और उसे सजा कर रखने की चाहत तो सबकी होती है। परंतु, वास्तु के हिसाब से चीजों को सही स्थान पर रखना यह सबको नहीं पता होता। जिसके कारण वास्तु दोष (vastu dosh) लगता है। इसका मतलब एस्ट्रो या ज्योतिष के अनुसार घर में उपलब्ध चीजों को स्थान देना जरूरी होता है। क्योंकि वास्तु शास्त्र नेगेटिव और पॉजिटिव एनर्जी (positive energy) के अनुरूप काम करती है। यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा (negative energy) का प्रकोप (effect) रहेगा, तो घर के सदस्यों को किसी न किसी परेशानियों (problems) से जूझना पड़ सकता है। अतः घर की साज-सजावट (decoration) में ज्योतिष शास्त्रों (jyotish shastra) का अहम भूमिका होता है। घर की वस्तुएं जैसे भगवान की मूर्तियां (idols), डाइनिंग टेबल (dinning table) , सोफा (sofa), तस्वीरों (pictures) का सही स्थान, आदि का सही दिशा निर्धारण बहुत जरूरी होता है। अन्यथा वास्तु दोष के प्रभाव से घर की सुख (happiness) शांति (peace), और समृद्धि क्षीण हो जाती है। इसलिए आपकी च्वाइस (choice) के साथ-साथ वास्तु को भी ध्यान में रखकर यदि चीजों के स्थान (place) और दिशा (direction) तय किया जाए तो यह आपके लिए उपयोगी (helpful) होगा। आइए जानते हैं, उन 8 टिप्स के बारे में जिनके अपनाने से आपके घर से वास्तु दोष दूर हो सकता है।
1. घर का जो कमरा बच्चों का है, उसे हमेशा हल्के रंग से ही पेंट करवाएं।इससे नकारात्मकता नहीं आती है। और बच्चों का मन प्रसन्न रहता है। यदि यह कमरा लड़के के लिए हो, तो वहां हल्के नीले रंग की पेंट चढ़ाएं। और यदि यह लड़की का हो तो गुलाबी रंग अच्छा माना जाता है। या फिर आप बच्चों की राशि के मुताबिक भी रंगों का निर्धारण कर सकते हैं।
2. ड्राइंग रूम और बैडरूम के लिए भी कोशिश करें कि इसकी दीवारें हल्के रंग की हो। हल्का रंग मन की चंचलता को स्थिर कर, उसे शांति प्रदान करता है। और व्यक्ति का मन हमेशा हरा भरा व प्रफुल्लित रहता है।
3. आज के इस फैंसी दौर में कमरे की चार दीवारों में एक दीवार ब्राइट रंग या किसी विशेष डिजाइनिंग का होता है। एस्ट्रोलॉजी के हिसाब से भी इसमें कोई दिक्कत नहीं है। आप जिस कमरे में सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं या महत्वपूर्ण काम करते हैं। तो वहां अपने मनपसंद के साथ-साथ ज्योतिष के अनुसार चमकदार रंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. घर के माहौल को हमेशा हरा भरा और ताजा रखना चाहिए। इससे काम करने की उर्जा व शक्ति में वृद्धि होती है। घर को खुशनुमा बनाने के लिए घर के प्रत्येक कोने में पौधे लगाएं। इससे कमरों में ऑक्सीजन की भी प्रचुरता होगी। और मूड भी हमेशा फ्रेश रहेगा। इस प्रकार घरों में पौधों से पॉजिटिव एनर्जी का संचार बना रहेगा।
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5. आजकल दीवारों पर वॉलपेपर लगाने का भी बेहद प्रचलन है। वॉलपेपर घर को गुड लुकिंग बनाता है। और इसे आप जब चाहे तब बदल भी सकते हैं। बस आपको यह ध्यान देना होगा की ज्योतिष के अनुसार घर में किस प्रकार की वॉलपेपर का प्रयोग किया जाए जो शुभ और मंगलकारी परिणाम दे।
6. घर के अंदर घर को शोपीस से तो सभी सजाते हैं। परंतु वह ध्यान नहीं देते की शोपीस को कैसे व्यवस्थित किया जाए कि घर सुसज्जित के साथ-साथ फ्रेश भी दिखे। घरों में शोपीस लगाते वक्त आप ध्यान रखें कि यह एक दूसरे से ज्यादा सटी-सटी ना हो, सजावट ऐसी हो की स्पेस ज्यादा दिखे क्योंकि खुला माहौल दिमाग को शांति और एकाग्रता प्रदान करता है।
7. ड्राइंग रूम को सजाने के लिए कमरे के सारे सामान की सही दिशा का चयन करना बहुत जरूरी होता है। जैसे सोफा हमेशा दक्षिण-पश्चिम की ओर हीं रखें। टेलीविजन को पश्चिम दिशा की ओर और म्यूजिक सिस्टम उत्तर दिशा की ओर लगाएं।
8. नए घर में शिफ्ट होते हीं घर के मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा रखना ना भूलें। और प्रतिमा रखने के दौरान इसकी दिशा का भी विशेष ख्याल रखें ताकि घर में शांति बरकरार रहे। और भगवान का आशीर्वाद भी बना रहे। अगर घर में मूर्तियों को सही दिशा में ना रखा जाए, तो घर में अशांति का वातावरण फैलने लगता है। और सदस्यों के बीच मतवेभेद , वाद-विवाद जैसी समस्या पनपने लगती है।
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