इन मौकों पर भूलकर भी न पहना करें रुद्राक्ष, वरना मिलेंगे अशुभ परिणामl
रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना गया है. माना जाता है कि रुद्राक्ष में भगवान शिव का वास होता है. शास्त्रों में रुद्राक्ष पहनने को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं. इन नियमों में ये भी बताया गया है कि किन मौकों पर रुद्राक्ष भूलकर भी नहीं पहनना चाहिएl
अभी सावन का पवित्र महीना चल रहा है. सावन के महीने में भगवान शिव की सबसे ज्यादा उपासना और साधना की जाती है. सावन के दौरान भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हुए लगातार शिव मंत्रों का जाप किया जाता है. शिव मंत्र का जाप करने में रुद्राक्ष की माला का विशेष उपयोग होता है. सनातन धर्म में रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना गया है. रुद्राक्ष को भगवान भोलेनाथ का अंश माना जाता है. शास्त्रों में रुद्राक्ष को धारण करने और मंत्रों के जाप में इसका उपयोग करने को बहुत ही लाभदायक माना गया हैl
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रुद्राक्ष पहनने के फायदे
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति का मन शांत रहता है. ज्योतिष विज्ञान के हिसाब से कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव को शांत करने के लिए भी रुद्राक्ष की माला महत्वपूर्ण मानी गई है. लेकिन रुद्राक्ष को धारण करने वाले को कुछ नियमों का पालन करना जरूरी बताया गया है, वरना इसके उल्टे प्रभाव सामने आ सकते है. यहां जानिए रुद्राक्ष किन लोगों के लिए वर्जित है और किस अवसर पर इसे नहीं पहनना चाहिए ?
1. सोते समय न पहनें रुद्राक्ष
शास्त्रों के अनुसार जब भी सोने जाएं तो उस समय रुद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहिए. सोने से पहले रुद्राक्ष को गले से उतारकर अपने सिरहाने पर जरूर रखें. ऐसा करने से मन शांत रहता है और बुरे सपने नहीं आते. ऐसा माना जाता है कि सोने के दौरान और बाद में शरीर में कुछ अशुद्धि आ जाती हैं. जिसके कारण से रुद्राक्ष की पवित्रता पर इसका असर होता हैl
2. शव यात्रा में नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
अगर किसी की मृत्यु हो गई हो और यदि आप उसकी शव यात्रा में जाएं रहे हैंl तो रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए. श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के दौरान रुद्राक्ष पहनना वर्जित माना गया है. इससे रुद्राक्ष अपवित्र हो जाता है और जीवन में कष्ट आने शुरू हो जाते हैंl
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती ह
3. बच्चे के जन्म पर न पहनें रुद्राक्ष
हिंदू धर्म में किसी बच्चे के जन्म होने पर सूतक लग जाता है. ऐसी मान्यताएं है कि शिशु के जन्म के कुछ दिनों तक चीजें अपवित्र रहती हैं. ऐसे में जन्म के बाद जिस कमरे में शिशु और मां हो वहां पर रुद्राक्ष पहनकर जाने से बचना चाहिए.
4. मांस और मदिरा का सेवन करते समय न पहनें रुद्राक्ष
रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रसाद माना गया है। ऐसे में इसकी पवित्रता का ध्यान हमेशा रखना चाहिए. अगर आप मांसाहारी हैं तो मांस खाते समय और मदिरा का सेवन करते समय भूलकर भी रुद्राक्ष धारण न करें. इससे रुद्राक्ष की पवित्रता भंग होती है और व्यक्ति को विपरीत परिणाम प्राप्त होते हैं.
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