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Dev Uthani Ekadashi 2022: देवताओं के जगते ही खूब बजेगी शहनाई, जानें शादी के सभी शुभ मुहूर्त

Myjyotish Expert Updated 03 Nov 2022 03:50 PM IST
देवताओं के जगते ही खूब बजेगी शहनाई, जानें शादी के सभी शुभ मुहूर्त
देवताओं के जगते ही खूब बजेगी शहनाई, जानें शादी के सभी शुभ मुहूर्त - फोटो : google photo
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Dev Uthani Ekadashi 2022: देवताओं के जगते ही खूब बजेगी शहनाई, जानें शादी के सभी शुभ मुहूर्त


कार्तिक मास के शुक्लपक्ष में पड़ने वाली देवउठनी एकादशी को शादी-ब्याह के लिए बहुत ज्यादा शुभ माना गया है, लेकिन इस बार इस तिथि पर शादियां क्यों नहीं होंगी और आगे कब-कब रहेंगे विवाह के शुभ मुहूर्त, जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

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हिंदू धर्म में जनेउ, शादी-ब्याह, मुंडन आदि शुभ कार्यों के लिए अक्सर पंचांग की मदद से शुभ तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त आदि पर विचार किया जाता है. पंचांग के अनुसार10 जुलाई 2022 को देवशयनी एकादशी पर देवताओं के शयन करते ही जहां मांंगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, वहीं देवउठनी एकादशी से उसकी एक बार फिर से शुरुआत होती है.

इस साल देवउठनी 04 नवंबर 2022 को पडने जा रही है. ऐसे में क्या देवशयनी एकादशी से ही बजनी शुरु होगी शादी-ब्याह की शहनाई? साल के आखिरी दो महीनों में कब-कब रहेंगे शादी के शुभ मुहूर्त, आइए इसे वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के ट्रस्टी और कर्मकांड के विशेषज्ञ पं. दीपक मालवीय से विस्तार से जानते हैं.

देवउठनी एकादशी का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक मास में पड़ने वाली एकादशी तिथि को देवउठनी, देवोत्थान एकादशी और हरि प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार इस पावन तिथि पर भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जागते हें तो वहीं इसी तिथि पर चातुर्मास की समाप्ति है.

मान्यता है कि जिस मनोरथ का फल त्रिलोक में ना मिल सके वह देवउठनी एकादशी तिथि पर रखे जाने वाले व्रत और पूजा से मिल जाता है. इसी पावन तिथि से कार्तिक पूर्णिमा तक भगवान शालिग्राम एवं तुलसी माता का विवोहत्सव का पर्व मनाया जाता है. इस पावन पर्व पर जप, तप और दान का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है.

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देवउठनी एकादशी पर इस बार क्यों नहीं होंगे विवाह:

पद्मपुराण के अनुसार देवउठनी ग्यारस, देवप्रबोधिनी एकादशी, छोटी दीपावली के नाम से जानी जाती है। इस बार 22 नवंबर, रविवार को देवप्रबोधिनी एकादशी मनाई जाएगी। अविवाहित लड़के-लड़कियों को इस दिन का इंतजार रहता है, क्योंकि इसी दिन के पश्चात मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं।

लेकिन इस बार इस दिन देव तो जागेंगे, परंतु मांगलिक कार्यों के लिए कुछ समय और प्रतीक्षा करना होगी, क्योंकि ज्योतिष के अनुसार विवाह के लिए अनुकूल योग अभी नहीं हैं। देवउठनी ग्यारस के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सूर्योदय से मात्र दोपहर 2.29 मिनट तक रहेगा।

इस साल 04 नवंबर 2022, शुक्रवार से मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे, लेकिन शुक्र ग्रह के अस्त होने के चलते देवोत्थान एकादशी पर विवाह का मुहूर्त नहीं बन रहा है. ऐसे में शादी विवाह का पहला शुभ मुहूर्त 24 नवंबर 2022 को रहेगा.

नवंबर-दिसंबर में कब होंगे चट मंगनी पट ब्याह:

नवंबर महीने में विवाह के शुभ मुहूर्त : 24, 25 और 26 नवंबर 2022 दिसंबर महीने में विवाह के शुभ मुहूर्त : 2, 3, 7, 8, 9, 13, 14, 15 और 16 दिसंबर 2022

इस तारीख से फिर रुक जाएंगे सभी मांगलिक कार्य:

16 दिसंबर 2022 के बाद खरमास की शुरुआत होते ही एक बार फिर शादी-व्याह रुक जाएंगे और उसके खत्म होते ही दोबारा एक बार फिर अगले साल 15 जनवरी 2023 से विवाह के शुभ मुहूर्त की शुरुआत होगी.

 

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