Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण बना रहा है कुछ विशेष योग, देश और दुनिया पर रहेगा ग्रहण का असर
8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा. यह समय और ग्रहण कुछ मायनों में बेहद खास माना जा रहा है. इसका प्रभाव देश ओर दुनिया के अधिकांश भागों पर भी दिखाई देगा. इसके अलावा ज्योतिष अनुसार जिन राशियों पर ग्रहण पड़ेगा वह इसके द्वारा काफी अधिक प्रभावित होंगी.
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चंद्र ग्रहण के दौरान लोगों को जप और तपस्या करने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही कुछ ऐसे कार्य भी हैं, जो सूतक काल की शुरुआत को भूलकर भी नहीं करना चाहिए. इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण मंगलवार 8 नवंबर 2022 को देव दीपावली और गुरु नानक जयंती के दिन लगेगा, इस दौरान भक्तों को जप और तपस्या करनी चाहिए. ग्रहण से मुक्ति के बाद स्नान, दान का विशेष महत्व है. ग्रहण काल में मंदिरों में कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति के बाद ही सफाई और पूजा के साथ कपाट खोले जाते हैं. आइए सबसे पहले चंद्र ग्रहण के समय के बारे में जानते हैं.
चंद्र ग्रहण का समय
दिनांक: 08 नवंबर 2022
ग्रहण प्रारंभ: दोपहर 02:39 बजे
ग्रहण मध्य: 04:29 अपराह्न
ग्रहण समाप्त: शाम 6:19 बजे
सूतक प्रारंभ : 05:39 पूर्वाह्न
चंद्र ग्रहण में ग्रहण से ठीक नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है. सूतक काल से ही भगवान की मूर्ति का स्पर्श वर्जित है. इस दौरान भोजन करना भी मना है, लेकिन बच्चे, बुजुर्ग और बीमारों को इससे छूट दी गई है. इस दौरान घर में बैठकर भगवान का ध्यान करना चाहिए. सोना भी अच्छा नहीं है.
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ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. भ्रूण को चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचाने का सबसे सटीक तरीका यह है कि इस दौरान गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर ही रहना चाहिए. इन महिलाओं को किसी भी तरह से चंद्रमा के सीधे संपर्क में नहीं आना चाहिए.
देश और दुनिया पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव
चंद्र ग्रहण भारत में अनेक स्थानों से देखा जा सकेगा. दिखाई देगा. चूंकि चंद्रोदय से पहले ग्रहण शुरू होता है, भारत के पूर्वी हिस्सों में चंद्र ग्रहण से मुक्ति के दर्शन होंगे. यह ग्रहण भारत समेत दुनिया के उत्तर-दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर-पूर्वी यूरोप, उत्तर-पश्चिम कनाडा, प्रशांत महासागर के इलाकों में दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण की शुरुआत अर्जेंटीना के पश्चिमी भाग के पश्चिमी भाग और उत्तरी चिली, बोलीविया, ब्राजील अटलांटिक महासागर क्षेत्रों में चंद्रमा के समय दिखाई देगी. चंद्र ग्रहण की मुक्ति हिंद महासागर, भारत, कजाकिस्तान, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान और पूर्वी रूस आदि में चंद्रोदय के समय दिखाई देगी.
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