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Home ›   Blogs Hindi ›   Chanakya Niti: Snakes are more dangerous than scorpions, such people are good only if they are careful

Chanakya Niti : सांप बिच्छू से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ऐसे लोग इनसे सावधान रहने पर ही होती है भलाई

Myjyotish Expert Updated 17 Mar 2023 11:21 AM IST
Chanakya Niti : सांप बिच्छू से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ऐसे लोग इनसे सावधान रहने पर ही होती है भलाई
Chanakya Niti : सांप बिच्छू से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ऐसे लोग इनसे सावधान रहने पर ही होती है भलाई - फोटो : google
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 सांप बिच्छू से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ऐसे लोग इनसे सावधान रहने पर ही होती है भलाई

आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में तीन तरह के लोगों के बारे में बताया है, जो दुश्मन ही नहीं बल्कि सांप और बिच्छू से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं. यदि जीवन में इन लोगों से बचकर रहा जाए दूर रहा जाए तो जीवन में सुरक्षा बनी रहती है.

आचार्य चाणक्य भारत के पहले महान अर्थशास्त्री और दार्शनिक थे. मौर्य वंश की सफलता के पीछे चाणक्य की कूटनीति का हाथ था. महान रणनीतिकार और अर्थशास्त्री चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल पर नंद वंश को नष्ट कर दिया और अपनी नीतियों के कारण एक साधारण बालक चंद्रगुप्त मौर्य को मगध का सम्राट बना दिया. आचार्य चाणक्य को न केवल राजनीति बल्कि समाज के हर विषय का गहरा ज्ञान और अंतर्दृष्टि थी.

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आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र, राजनीति, कूटनीति के अलावा व्यवहारिक जीवन के बारे में भी बहुत कुछ बताया है. उनकी बातें और नीतियां आज भी मनुष्य के कठिन समय में बहुत मदद करती हैं. आचार्य चाणक्य ने कई ऐसी बातें बताई हैं जिनका अगर सही तरीके से पालन किया जाए तो उन्हें कभी निराश नहीं होना पड़ता है. चाणक्य नीति के अनुसार यदि मनुष्य में दूसरों को आंकने की क्षमता है तो वह अपने जीवन में कभी पराजित नहीं हो सकता.

चाणक्य नीति के अनुसार हमारे आस-पास कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो सांप और बिच्छू ही नहीं बल्कि दुश्मनों से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं. इसलिए हमें ऐसे लोगों को पहचानने और उनसे दूरी बनाए रखने की क्षमता होनी चाहिए. साथ ही जीवन में कभी भी ऐसे लोगों से मदद नहीं लेनी चाहिए. आचार्य चाणक्य ने इस संबंध में एक श्लोक भी लिखा है. श्लोक के अर्थ के अनुसार जिस प्रकार जन्म से अन्धे को कुछ दिखाई नहीं देता,

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उसी प्रकार काम, क्रोध और अहंकार से भरे हुए मनुष्य को इसके अतिरिक्त और कुछ दिखाई नहीं देता. साथ ही स्वार्थी व्यक्ति भी किसी का दोष नहीं देखता. सब उसके लिए बराबर हैं, इसलिए स्वार्थ में लिप्त व्यक्ति से कभी भी मित्रता या मित्रता नहीं रखनी चाहिए.

स्वार्थी और मतलबी लोगों से दूर रहना चाहिए
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमें भूलकर भी स्वार्थी और नीच लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए. क्योंकि ऐसे लोग आपका कभी भला नहीं कर सकते, उल्टा आपको परेशानी में डाल सकते हैं.

आचार्य चाणक्य के अनुसार दुश्मन सामने से हमला करता है और हम भी उसके हमले को लेकर सावधान रहते हैं. लेकिन स्वार्थी और मतलबी लोग पीठ पीछे वार करते हैं. वैसे ऐसे लोगों पर कभी भी भरोसा नहीं करना चाहिए. स्वार्थी व्यक्ति अपने फायदे के अलावा जीवन में कुछ नहीं सोचता. और अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को फंसाता है.

 

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