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Chanakya Niti: इन लोगों से गलती से भी अपनी योजनाएं को न बांटे अन्यथा बढ़ सकती हैं मुश्किलें

Myjyotish Expert Updated 26 Apr 2023 10:14 AM IST
Chanakya Niti: इन लोगों से गलती से भी अपनी योजनाएं को न बांटे अन्यथा बढ़ सकती हैं मुश्किलें
Chanakya Niti: इन लोगों से गलती से भी अपनी योजनाएं को न बांटे अन्यथा बढ़ सकती हैं मुश्किलें - फोटो : google
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इन लोगों से गलती से भी अपनी योजनाएं को न बांटे अन्यथा बढ़ सकती हैं मुश्किलें 


चाणक्य नीति में बताई गई शिक्षाओं का अनुसरण जीवन को बहुत अनुकूल बनाता है. चाणक्य नीति में सफलता के कई गुण बताए गए हैं इन चीजों का पालन करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है. चाणक्य नीति में आइए जानते हैं कि व्यक्ति को अपने निजी विचार किसके साथ साझा नहीं करने चाहिए तथा किन बातों पर विचार करना उचित होता है. ज्ञान का जीवन में विशेष महत्व है और अच्छे ज्ञान के लिए एक अच्छे मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है.

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ऐसे ही एक महान मार्गदर्शक थे आचार्य चाणक्य, जिनकी नीतियों पर चलकर आज के समय में भी लाखों युवा सफल जीवन की ओर बढ़ रहे हैं. आचार्य चाणक्य को न केवल राजनीति, कूटनीति और अर्थशास्त्र का उत्कृष्ट ज्ञान था,

बल्कि उन्हें जीवन की महत्वपूर्ण नीतियों का भी विस्तृत ज्ञान था. उनके द्वारा रचित चाणक्य नीति इसका सर्वोत्तम उदाहरण है. चाणक्य नीति के इस भाग में आज हम जानेंगे कि व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत भावनाओं को किसके साथ साझा नहीं करना चाहिए.

चाणक्य नीति की इन बातों का रखें ध्यान
"मनसा चिंताकम कार्यं वाच नैव प्रकाशयेत् मनत्रेन रक्षयेद गूढ़ काज चापि नियतोजयेत् " चाणक्य नीति के इस श्लोक में बताया गया है कि व्यक्ति को अपने मन में आए विचार और योजना को भूलकर भी किसी से साझा नहीं करना चाहिए.

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बल्कि उस योजना को मंत्र की तरह गुप्त रखकर उसकी रक्षा करनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि आपके द्वारा बनाई गई योजना पर अमल करके कोई दूसरा आपका श्रेय और सम्मान दोनों छीन सकता है. साथ ही यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है.

"न विश्वसेतकुमित्रे न विश्वसेट शायद नाराज़ दोस्तो, खुल गए सारे राज "आचार्य चाणक्य इस तथ्य के माध्यम से बता रहे हैं कि व्यक्ति को कभी भी अपने शत्रु पर भरोसा नहीं करना चाहिए और साथ ही अपने मित्र पर भी आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए.

ऐसा इसलिए क्योंकि विवाद के समय सच्चा मित्र भी क्रोधित होकर अपनी निजी बातें दूसरे लोगों तक फैला सकता है, जिससे मानहानि का भय बढ़ जाता है. इसलिए अपने निजी विचार या किसी भी घटना को अपने तक ही सीमित रखना चाहिए.जीवन में इन चीजों पर ध्यान रख कर हम अपनी योजनाओं को सफल कर सकते हैं. अपने जीवन को एक उचित दिशा की ओर ले जाने में सक्षम होता है. 

 

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