खास बातें
Bhanu Saptami 2024: फाल्गुन माह में कब मनाई जाएगी भानु सप्तमी? नोट कर लें पूजा समयSaptami 2024 Puja : भानू सप्तमी का महत्व सुर्य देव की पूजा के लिए विशेष होता है. सप्तमी का व्रत सूर्य देव के लिए किया जाता है.
विज्ञापन
विज्ञापन
Bhanu Saptami 2024: फाल्गुन माह में कब मनाई जाएगी भानु सप्तमी? नोट कर लें पूजा समय
Saptami 2024 Puja : भानू सप्तमी का महत्व सुर्य देव की पूजा के लिए विशेष होता है. सप्तमी का व्रत सूर्य देव के लिए किया जाता है. रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा का दिन होता है ऎसे में जब सप्तमी तिथि इस दिन पड़ती है तो यह सूर्य देव की पूजा के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है.
Surya Puja Bhanu Saptami : माघ माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की सप्तमी के दिन को भानू सप्तमी के रुप में पूजी जाती है. इस दिन किया जाने वाला सूर्य पूजन सभी प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है. आइये जान लेते हैं इस दिन पूजा स्त्रोत एवं मंत्र जाप महत्व
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सोरठी सोमनाथ में कराएं विशेष रुद्राभिषेक - 08 मार्च 2024
भानु सप्तमी का समय सूर्य उपासना से है. यह दिन हर माह में आता है और हर महीने मनाया जाता है. भानु सप्तमी का त्योहार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन सूर्य पूजा के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष भानू सप्तमी का पर्व बार फाल्गुन माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की सप्तमी के दिन यानी के 3 मार्च 2024 को मनाया जाएगा. रविवार के दिन पड़ रही सप्तमी तिथि के कारण इसका प्रभाव सुख एवं भाग्य की वृद्धि में विशेष होगा.
महाशिवरात्रि पर सरसों के तेल का अभिषेक दिलाएगा कर्ज मुक्ति, शत्रु विनाश और मुकदमों में जीत : 08 मार्च 2024
फाल्गुन माह भानू सप्तमी पूजा
भानु सप्तमी के दिन सूर्य पूजा करने से सुख एवं शक्ति मिलती है. नौकरी इत्यादि में स्फलता प्राप्त होती है. परिवार सुख को पाता है. सप्तमी के दिन सूर्य पूजा के दौरान सूर्य मंत्र एवं सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करने से शक्ति एवं सिद्धि प्राप्ति होती है.महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक और 21 माला महामृत्युंजय जाप, दूर होंगे सभी कष्ट व् मिलेगी हर कार्य में सफलता : 08 मार्च 2024
श्री सूर्यदेव की आरती
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ।
धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी ।
तुम चार भुजाधारी ॥
अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटी किरण पसारे ।
तुम हो देव महान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते ।
सब तब दर्शन पाते ॥
फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा ।
करे सब तब गुणगान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
संध्या में भुवनेश्वर, अस्ताचल जाते ।
गोधन तब घर आते॥
गोधुली बेला में, हर घर हर आंगन में ।
हो तव महिमा गान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
देव दनुज नर नारी, ऋषि मुनिवर भजते ।
आदित्य हृदय जपते ॥
स्त्रोत ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी ।
दे नव जीवनदान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
तुम हो त्रिकाल रचियता, तुम जग के आधार ।
महिमा तब अपरम्पार ॥
प्राणों का सिंचन करके, भक्तों को अपने देते ।
बल बृद्धि और ज्ञान ॥
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर अपार धन ,वैभव एवं संपदा प्राप्ति हेतु ओंकारेश्वर में कराएं रूद्राभिषेक : 08 मार्च 2024
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
भूचर जल चर खेचर, सब के हो प्राण तुम्हीं ।
सब जीवों के प्राण तुम्हीं ॥
वेद पुराण बखाने, धर्म सभी तुम्हें माने ।
तुम ही सर्व शक्तिमान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
पूजन करती दिशाएं, पूजे दश दिक्पाल ।
तुम भुवनों के प्रतिपाल ॥
ऋतुएं तुम्हारी दासी, तुम शाश्वत अविनाशी ।
शुभकारी अंशुमान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ।
जगत के नेत्र रूवरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ॥
धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान ॥
Bhanu Saptami 2024: फाल्गुन माह में कब मनाई जाएगी भानु सप्तमी? नोट कर लें पूजा समय
Saptami 2024 Puja : भानू सप्तमी का महत्व सुर्य देव की पूजा के लिए विशेष होता है. सप्तमी का व्रत सूर्य देव के लिए किया जाता है. रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा का दिन होता है ऎसे में जब सप्तमी तिथि इस दिन पड़ती है तो यह सूर्य देव की पूजा के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है.