भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी कब? जानें शुभ योग, पूजा मुहूर्त, चंद्रोदय टाइम
संकष्टी चतुर्थी का अर्थ ही है संकटों को हरने वाली चतुर्थी। संकष्टी चतुर्थी को व्रत रखने और भगवान गणेश की पूजा करने से संकट दूर होते हैं इसके साथ आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि बनी रहती है। भाद्रपद मास को भादो के नाम से भी जानते हैं।
भाद्रपद का माह श्री कृष्ण के साथ भगवान श्री गणेश जी की पूजा के लिए विशेष तौर पर समर्पित होता है। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत रखने का विधान है।
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों का हल
भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी 2022 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, 14 अगस्त रविवार को रात 10 :35 मिनट पर भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि शुरू हो रहा है। यह तिथि 15 अगस्त दिन सोमवार को रात के 9 : 01 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि को आधार मानकर व्रत रखने की परंपरा के मुताबिक़, भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी का व्रत 15 अगस्त दिन सोमवार को रखा जायेगा।
संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय
भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन यानी 15 अगस्त दिन सोमवार को चंद्रमा का उदय रात के 9 : 27 मिनट पर होगा। वहीं चंद्रमा 16 अगस्त दिन मंगलवार को 9 : 04 AM पर अस्त होंगे। ऐसे में जो लोग भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखेंगे। वे 09 : 27 PM पर चंद्रमा का दर्शन करते हुए उन्हें जल अर्पित कर सकेंगे। व्रती उसके बाद व्रत का पारण कर व्रत को पूरा करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस व्रत में चंद्रमा दर्शन के बिना व्रत पूरा नहीं माना जाता है।
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी 2022 शुभ योग
अभिजित मुहूर्त: 15 अगस्त दिन सोमवार को दिन में 11:59 मिनट से लेकर दोपहर 12:52 मिनट तक है।
धृति योग : 15 अगस्त दिन सोमवार को सुबह से लेकर रात 11 : 24 मिनट तक है।
व्रत पूजन मुहूर्त: 15 अगस्त दिन सोमवार को 09 : 27 PM तक है।
संकष्टी चतुर्थी का महत्व
संकष्टी चतुर्थी को भगवान गणेश की आराधना करने से पर सभी संकट दूर हो जाते हैं और उनका आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। इस दिन संतान प्राप्ति के लिए महिलाएं निर्जला व्रत रखती है। मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी को व्रत रखने और भगवान गणेश की विधि पूर्वक और शुभ मुहूर्त में पूजा करने से सारे संकट दूर हो जाते हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि बनी रहती है।
ये भी पढ़ें
- Vastu Tips : वास्तु के अनुसार घर में इस पौधे को लगाते ही हो जायेंगे मालामाल
- Jyotish Remedies: भगवान शिव को भूलकर भी अर्पित न करें ये चीजें
- Jyotish shastra: राहु का विवाह और संबंधों पर पड़ता है गहरा असर
- Jyotish Remedies: चंद्रमा का असर क्यों बनाता है मेष राशि को बोल्ड
- सिंह राशि के लिए साल 2022 रहेगा सफलता से भरपूर, पढ़े क्या होगा ख़ास
- जानिए कैसे बुध का गोचर व्यक्ति के लिए प्रभावी बन सकता है