जन्मपत्री अनुसार : लाभ हानि के योग
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जन्मपत्री का गुप्त धन भाव शुभ नवांश का होता हैं। यदि यहाँ पर धनेश/लाभेश विराजमान हो शर्त हे उनपर पाप प्रभाव नीच नवांश व क्रूर ग्रह की दृस्टि न हो! तो व्यक्ति इन क्षेत्रो से धनार्जन कर सकता हैं ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि पंचम भाव का सम्बन्ध 2, 9 भाव से बनता हो तो जातक को लाटरी में कमाई मिलती हैं। वही राहु ग्रह 2,5,8 भावगत हो और उनपर शुभ ग्रहो की दृस्टी ना हो वह अपने उच्च नवांश में हो तो जातक को " गुप्त मार्ग - लाटरी सट्टा से लाभ धन मिलता हैं। पंचम भाव हमारे संचित धन का कारक होता हैं। जन्मपत्री में बुध चंद्र ग्रहो की युति हो तो बढ़ा धन लाभ के अवसर जीवन में अनेक बार मिलते हैं.....!
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जातक को लॉटरी सट्टा में लाभ, हानि क्या होगी ..? ये तो योग्य एस्ट्रोलॉजर पूरी कुंडली consultancy कर के बता सकता हे की आप को लॉटरी लाभ किस जिले, किस वार्ड, किस जोन, किस दुकान में होने के चांस सबसे ज्यादा होंगे ।