अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं दुर्लभ संयोग
अक्षय तृतीया का समय ग्रहों की उपस्थिति के प्रभाव से बहुत अधिक दुर्लभ स्थिति को बना रहा है. इस समय पर बनने वाला ग्रह योग आने वाले कई वर्षों तक दिखाई नही देगा. इस समय पर ग्रह योग का प्रभाव जीवन पर कई तरह से प्रभाव डालने वाला होगा. यह समय ग्रहों का दुर्लभ संयोग होगा. 100 सालों तक इस शुभ योग में नहीं बनेगा.
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तीन ग्रह होंगे उच्च के ग्रह योग
इस बार अक्षय तृतीया पर सूर्य, चंद्रमा, शुक्र उच्च राशि में गोचरस्थ होंगे. यह योग अत्यंत ही शुभस्थ होगा. सूर्य मेष राशि में होगा, चंद्रमा वृषभ राशि में होगा, शुक्र मीन राशि मेम होगा. यह तीनों ही ज्योतिष शास्त्र में बेहद महत्व रखते हैं चंद्रमा ओर शुक्र ग्रह शुभ ग्रहों की श्रेणी में आते हैं.
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2 ग्रह होंगे स्वराशियुक्त
गुरु और शनि ग्रह अपनी स्वराशि में गोचरस्थ होंगे. गुरु का गोचर मीन राशि में होगा जो इनकी स्वराशि होगी. इसी के साथ शनि कुंभ राशि में गोचर करेंगे जो शनि की ही स्वराशि है. इन दोनों का अनुकूल स्थिति का गोचर काफी प्रभावी होगा.
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शुभ योगों का निर्माण
ग्रहों की स्थिति के साथ ही अक्षय तृतीया पर शोभन व मातंग नामक शुभ योगों का निर्माण होगा.
रोहिणी नक्षत्र
इसी के साथ इस दिन रोहिणी नक्षत्र का समय भी होगा. यह एक अत्यंत शुभ नक्षत्र होता है. खरीदारी इत्यादि के लिए भी ये शुभ समय होता है.
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