1. यदि कुंडली में प्रथम स्थान पर उपस्थित है और सप्तम तथा दशम स्थान खाली है तो इस स्थिति में व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है। तथा यह भी माना जाता है कि यह कर्ज में वृद्धि की ओर संकेत कर रहा है। यदि आप चीनी की इस स्थिति से बचना चाहते हैं तो आप किसी से बैर में रखें और लड़ाई झगड़े में न पड़ें।
2. यदि शनि कुंडली में द्वितीय भाव में उपस्थित है तो आपको संतोष से कार्य करना होगा। यदि आप किसी भी प्रकार की लालच करेंगे तो आपका बना बनाया काम बिगड़ सकता है।
इस पितृ पक्ष गया में कराएं श्राद्ध पूजा, मिलेगी पितृ दोषों से मुक्ति : 20 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2021