सूर्य ग्रहण
कैसे बनता है
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए ढक जाता है। जिसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
प्रकार
सूर्य ग्रहण
3 प्रकार के होते है।
- पूर्ण सूर्य गृह
यह उस समय लगता है जब चन्द्रमा पृथ्वी के काफी पास रहते हुए
पृथ्वी और सूर्य के बिच आ जाते है और चन्द्रमा पूरी तरह से पृथ्वी को अपने छाया छेत्र में ले लेता है जिस वजह सूर्य का प्रकाश पृत्वी तक आ नहीं पता और पृथ्वी पर पूरा अंधकार हो जाता है।
- आंशिक सूर्य गृह
जब चंद्रमा सूर्य वह पृथ्वी के बीच में इस प्रकार आए की सूर्य का कुछ ही भाग पृथ्वी से दिखाई देता अर्थात चंद्रमा, सूर्य के केवल कुछ भाग को ही अपनी छाया में ले पाते है।
- वलयाकार सूर्य गृह
यह उस समय लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी के काफी दूर रहते हुए पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है यानि सूर्य को इस प्रकार ढकता है की सूर्य का केवल मध्य भाग ही छाया छेत्र में आता है