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रविवार के दिन सूर्य पुराण का पाठ करें। साथ ही 'ऊं सूर्याय नम:, और 'ऊं ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:' मंत्रों का जाप कर सूर्य देवता की उपासना कर सकते हैं। इससे आपके मन की अशान्ति दूर होगी और सूर्य देव की कृपा बनी रहेगी।
जैसे
ज्योतिष में व्यक्ति की जन्मकुंडली को देखकर उसके भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में अनुमान लगाया जाता है। ठीक उसी प्रकार अंक
शाश्त्र यानि न्यूमरोलॉजी से भी जातक के स्वभाव और व्यक्तित्व का अंदाजा लगाया जा सकता है। व्यक्ति की जन्मतिथि को जोड़ने के बाद जो अंक आता है, वह उस व्यक्ति का जन्म मूलांक होता है। आज हम बात करने जा रहे हैं मूलांक 1 के बारे में, जिस पर सूर्य देव का आधिपत्य है। मतलब यह है कि जिन व्यक्तियों का जन्म महीने की 1, 10, 19 और 28 तारीख को होता है। उनका मूलांक 1 होता है।
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