सूर्य हमारे सौर मंडल का केंद्र है और सबसे शक्तिशाली
ग्रह भी है. 17 अक्टूबर 2021 को रविवार के दिन 13:12 मिनिट पर सूर्य का तुला राशि में प्रवेश होगा. वैदिक ज्योतिष में, सूर्य अधिकार, शक्ति और प्रभुत्व का प्रतीक है. कुंडली में अनुकूल स्थिति में होने पर यह जातक को इच्छाशक्ति, साहस, आत्मविश्वास और अच्छे नेतृत्व कौशल का गुण मिलता है. सूर्य का
गोचर एक महत्वपूर्ण घटना होती है, सूर्य का प्रत्येक राशि में प्रभाव अलग-ालग रुप में दिखाई देता है. सूर्य की मजबूत स्थिति जातक को मजबूत बनाती है. समाज में मिलने वाला मान सम्मान सूर्य द्वारा ही प्राप्त होता है. इसके प्रभाव से भावनाओं को नियंत्रण रखना और सोच विचार द्वारा आगे बढ़ना सूर्य की शुभता द्वारा संभव होती है. तुला राशि सूर्य की नीचस्थ राशि है ऎसे में इस स्थान पर सूर्य की कुछ चीजों में कटौती का प्रभाव देखने को मिलता है. यहां भावनाएं प्रबल हो सकती हैं ओर कुछ मामलों में लापरवाही भी बढ़ सकती है. इस समय पर जिम्मेदारियों को दूसरों पर थोपने की प्रवृत्ति भी जन्म ले सकती है. सूर्य का बली होना व्यक्ति में जिम्मेदारियों को उठाने वाले बनाता है तथा कमजोर होने पर उनसे वह दूर भी भाग सकता है. सूर्य के तुला राशि में स्थित होने पर सूर्य का बल कम हो जाता है. इसलिए ज्योतिष और 12 राशियों के लिए
सूर्य ग्रह की चाल का बहुत महत्व होता है.
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