11 अक्टूबर को
शनि मकर राशि में मार्गी अवस्था में गोचरस्थ होंगे. ज्योतिष में शनि को प्रतिबंध और मर्यादा से जोड़ा गया ग्रह है. पहली बार में, शनि के विषय निराशाजनक लग सकते हैं, लेकिन ग्रह हमारी दुनिया में चमत्कारिक बदलाव लाता है. इसी का प्रभाव जीवन पर अधिक होता है. शनि समय और सीमा जानता है. यह हमें हमारी सीमाओं, हमारी जिम्मेदारियों और हमारी प्रतिबद्धताओं की याद दिलाता है. अनिवार्य रूप से, शनि हमारे जीवन में नए दृष्टिकोण लाता है ओर नई चेतना लाने का काम भी इसी के द्वारा संभव हो पाता है. यह ग्रह, हमारी कुंडली में अपने स्थान और आत्मिक कनेक्शन के माध्यम से, हमें आत्म-नियंत्रण, सीमाओं का पता चलता है. अनुशासन, नियम और कानून इस समय पर काफी प्रभावशाली होते हैं. शनि का गोचर उपलब्धि और परिपक्वता का समय दिखाता है. ये समय हमें वास्तविकता का सामना करने की चुनौती भी देता है, जिससे हमें ज्ञान और यहां तक कि स्वतंत्रता भी मिलती है. मकर
राशि में शनि की मार्गी स्थिति के चलते कई चीजों में बदलाव ओर अचानक से होने वाली घटनाओं को स्थिरता भी प्राप्त हो सकती है. जो लोग नए काम की तलाश में है उन्हें काम मिल सकता है. वैवाहिक संबंधों की शुरुआत का समय बनेगा ओर जीवन में लोगों के साथ जुड़ने और आगे बढ़ने के अवसर भी प्राप्त होंगे.
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