मृत्यु {Death} जीवन का अटल सत्य{ unalterable Truth}हैं I इंसान का जब जन्म होता है उसी समय उसकी मृत्यु भी निश्चित हो जाती हैं I हमारे शास्त्रों {scriptures}में ऐसा कहा गया है कि जीवन का दूसरा पहलू ही मरण हैं, इंसान का जन्म ही उसकी मृत्यु भी निर्धारित कर देतीं हैं I लेकिन ये ज्ञान वर्धक बातें उस समय ध्यान नहीं रहती है जब हमारे किसी अपने, जब हमारे किसी प्रिय का साथ छूट जाता हैं, वो क्षण बहुत ही कष्टकारी एवं भावुक होता हैं I मृत्यु, अर्थात जीवन का अंत, हर सामाजिक रिश्ते से मुक्ति, यह पल हर व्यक्ति के लिए बहुत दुख दायी होता है I ज्योतिष शास्त्र {Astrology} के मुताबिक हमारे सनातन धर्म में हर कर्म-काण्ड के लिए अलग अलग विधि बताई गई हैं, ऐसे कई रस्में {Rituals } हैं जो व्यक्ति के मृत्यु के पश्चात उसके परिवार जन नियमानुसार निभाते हैं, उन्हीं रस्मों से एक महत्वपूर्ण रस्म हैं गरुड़ पुराण {Garuda Puran} का पाठ करवाना I मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ करवाना बहुत जरुरी माना जाता हैं। जानकारों के अनुसार किसी व्यक्ति के मौत के बाद उसके घर में गरुड़ पुराण का पाठ करवाने से मृतक की आत्मा को शांति मिलती हैं तथा उसके लिए मुक्ति के द्वार खुल जातें हैं। आइए आज इस लेख के माध्यम से जानतें हैं कि घर में किसी की मृत्यु के बाद क्यों गरुड़ पुराण का पाठ करवाना चाहिए :
सर्वपितृ अमावस्या को गया में अर्पित करें अपने समस्त पितरों को तर्पण, होंगे सभी पूर्वज एक साथ प्रसन्न -6 अक्टूबर 2021