जैसा की हम जानते हैं शनि कर्म फल दाता हैं। ( Karma Fruit Giver )।जो जैसा कर्म करते हैं, भगवान शनिदेव उसे उसके कर्म के मुताबिक फल प्रदान करते हैं। हर व्यक्ति के जीवन (Life) में कभी न कभी शनि की कृपा या प्रकोप जरूर बरसते हैं। ज्योतिष (Horoscope) की माने तो अगर शनि क्रोधित (Angry) हो जाए तो राजा (King) को रंक ( Beggar) बना देते हैं । इसलिए हमें कभी भी गुरुर (Proud) नहीं करना चाहिए। वर्तमान में माने तो 11 अक्टूबर तक शनि देव मकर राशि में (Capricorn) वक्री अवस्था में विराजमान हैं। (Present in Retrograde Positon).
क्या आप जानते हैं बक्री अवस्था क्या होती है? जब शनि उलटी दिशा में गति से जाने लगते हैं उस स्थिति को वर्कि अवस्था कहते हैं। माना जाता है ,शनि की साढ़ेसाती (sade state) और ढैय्या ( Dhaiya) अशुभ (Inauspicious) दशा है। अर्थात जब कोई राशि से प्रथम तथा दूसरे घर में भ्रमण करता है, तो उस राशि को शनि की साढ़ेसाती कहा जाता है। लेकिन शनि शुभ दृष्टि पर हो, तो यह साढ़ेसाती और ढैया भी शुभ फल प्रदान करने लगते हैं। । आज हम आपको बताते हैं, 5 राशियों के बारे में जिन पर 11 अक्टूबर तक शनिदेव अपनी कृपा करेंगे-
आइए जानते हैं कि आखिर किन राशियों पर भगवान शनिदेव बरसाएंगे अपनी कृपा