सावन महीना 25 जुलाई 2021 से शुरू होने वाला हैं, और 22 अगस्त 2021 रक्षा बंधन के दिन समाप्त हो जायेगा।सभी 26 जूलाई 2021 को सावन का पहला सोमवार का व्रत रखेंगे और साथ हर कोई भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी आराधना और पूजन भी करेंगे। सावन महीना को हम श्रावण मास के रूप में भी जानते हैं। कहते हैं इस माह में हार सोमवार भोले नाथ की श्रद्धा पूर्वक मनसे भोले बाबा का जाप करते हुए पूजन अर्चना करने से भोले नाथ सारी मनोकमना पुरी करते हैं।भगवान शिव के व्रत रखने वालों के लिए भी नियम हैं, जैसे कि उन्हे नमक का प्रयोग अपनें खाने में नहीं करना हैं न ही अन्ना खाना है एक दम सात्विक भोजन ग्रहण करना है। सावन का महीना शिव भक्तों के लिए अतुलनीय माना जाता है, कहा जाता है कि सावन माह में भगवन शिव के ऐसे खास दस मंत्र जपने से भोले भंडारी की कृपा जल्दी प्राप्त होती है, और वैसे भी हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि भगवन का आशीर्वाद पाना है तो मंत्र का उच्चारण सही से और सही समय पर करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं भगवन शिव के वो 10 मंत्र जो हमें सावन में करने चाहिए।
इन मंत्रों का पूरे श्रावण मास में रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए, जाप पूर्व या उत्तर दिशा की ओर बैठ कर के करना चाहिए। जाप के बाद शिव जी को बिल्वपत्र यानि बेल का पत्र अर्पित कर उन पर जलधारा चढ़ाना चाहिए।
सावन के महीने में सुबह जल्दी स्नान करके घर के मंदिर में दीया जलाएं। इसके बाद शिव मंदिर में जाकर गंगाजल और दूध के साथ धतूरा, बेलपत्र, फूल, गन्ना शिवलिंग पर चढ़ाएं। ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। अब गहरी धूप से आरती करें।
मंत्र इस प्रकार हैं :
सावन के पवित्र माह में शिव के सोमनाथ में कराएं विशेष रुद्राभिषेक- 25 जुलाई से 22 अगस्त
1. ॐ नमः शिवाय
2. प्रौं ह्रीं ठः
3. ॐ ऊं जूं स
4. ॐ पार्वतीपतये नम:।
5.नमोः नीलकंठाय।
6.ॐ नमो: भगवते रुद्राय
7. ॐ त्रयंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव वंदना मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।
8.. ॐ हीं हौं नमः शिवाय।
9. ॐ ऐं नम: शिवाय।
धार्मिक ग्रंथों में भी सावन मास का महत्व बताया गया है। श्रावण मास में भगवान शिव और उनके परिवार की विधिपूर्वक पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत फलदायी होता है, इसलिए लोग सावन में रुद्राभिषेक करते हैं। सावन का महीना शिव की पूजा के लिए सबसे अच्छा महीना माना जाता है।
कहा जाता है कि इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से वह जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. वह उन्हें धन, सम्मान और पद की प्राप्ति का आशीर्वाद देता है। इसके साथ ही सोमवार के व्रत का फल तत्काल फलदायी होता है। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शंकर की पूजा करने से विवाह आदि में सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। जिन लोगों पर शनि का दोष होता है, उनका शनि दोष समाप्त हो जाता है।
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