हिंदू धर्म में ग्रह नक्षत्रों का बड़ा ही विशेष महत्व पुराने समय से ही रहा है। इन्हीं ग्रह -नक्षत्रों के आधार पर मनुष्य के जीवन में होने वाली तमाम घटनाओं का आकलन किया जाता है। ग्रहों का हमारे जीवन पर बड़ा गहरा प्रभाव होता है। यह व्यक्ति के जन्म काल से ही जुड़ जाता है। जीवन में क्या अच्छा और क्या बुरा होने वाला है, इसका पता हम ग्रहों के आधार पर ही प्राप्त कर पाते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन के पहलुओं के साथ ही उसके स्वभाव का भी पता चलता है। ग्रहों की दशा ठीक रहने पर व्यक्ति केवल तरक्की करता है और यदि ग्रहों की स्थिति ठीक नहीं है तो मनुष्य के जीवन में कई सारे कष्टों का आगमन होता है और उसे झेलना ही पड़ता है।
नया साल आ चुका है और इस साल भी कई बड़े ग्रह अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रहों में से एक शनि भी इस साल अपना गोचर करने वाले हैं। कुल सभी नौ ग्रहों में से सबसे धीमी चाल चलने वाला ग्रह शनि ही है। इसे किसी भी एक ग्रह से दूसरे ग्रह में प्रवेश करने में लगभग ढाई साल का समय लग जाता है। शनि देव वर्तमान में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। इसके बाद 29 अप्रैल 2022 से यह कुंभ राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि करीब 30 साल बाद शनि इस राशि में अपना गोचर कर रहे हैं। कुंभ राशि, शनि के प्रिय राशि है और इसमें शनि का गोचर करना 4 राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है। आइए जानते हैं कि कौन है वह चार राशियां –
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