कहा जाता है कि पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज किसी भी रूप में हमारे पास आ सकते हैं. ऐसे में किसी कीट पतंगे, पशु और पक्षी का निरादर न करें. न ही उन्हें किसी तरह की चोट पहुंचाएं.
अपने घर के बाहर खाने और पानी के बर्तन रखें, ताकि जानवरों और पशु पक्षियों को खाने पीने में आसानी हो. माना जाता है कि इस दौरान पशु पक्षियों आदि की सेवा करने से पितर प्रसन्न होते हैं.
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