हम हमेशा अपने भविष्य और भाग्य को लेकर चिंतित रहते है। कब और किस समय हमारे जीवन में क्या बदलाव होते है और बहुत बार हमें इसका कारण नहीं पता होता है। हमारा भाग्य कब कैसी करवट लेगा यह बहुत कारकों पर निर्भर करता है। ज्योतिषों की मानें तो हमारे भविष्य के राज़ हमारे हाथ में ही छुपा रहता है। ग्रह की चाल से हमारा जीवन प्रभावित होता है। अक्सर हम हमने जीवन में हो रहे बदलाव का कारण ढूंढ़ने के लिए अपनी जन्म कुंडली का सहारा लेते हैं फिर उससे ही हमें पता लग पाता है कि हमारा कौन सा ग्रह मजबूत है तथा किस ग्रह की उपस्थ्तिी कमज़ोर है। यूँ तो कई लोकोक्तियाँ भी है की हमारा भविष्य हमारे हाथ में ही होता है ,यक़ीनन ऐसा है भी। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार हमारी हस्त रेखा हमारे जीवन के बारे में बहुत कुछ बता पाने में सक्षम होतीं हैं।
जानकारों की मानें तो हर व्यक्ति के हथेली पर अलग अलग ग्रह के पर्वत बने होते है और हथेली पर बने पर्वतों को को देख कर, उनके अध्ययन से ग्रहों दशा एवं दिशा का पता लगाया जा सकता है। ज्योतिष बताते हैं कि हस्त रेखा विज्ञान बाकी ज्योतिष विद्या से थोड़ा भिन्न है लेकिन इसको समझना उतना जटिल नहीं है। आइए आज समझते है कि हम अपने हाथ की लकीरों से भविष्य का अनुमान कैसे लगा सकते है !
हस्त रेखा विज्ञान को सामुद्रिक शास्त्र का हिस्सा माना जाता है। आपको बता दें कि सामुद्रिक शास्त्र एक प्रकार का ज्योतिष शास्त्र ही है। इसी शास्त्र के आधार पर हथेली की लकीरों अथवा उसमें बने पर्वतों के आधार पर व्यक्ति के विचार व्यवहार और भविष्य के विषय में अनुमान लगाया जाता है। आइए जानते हैं कि हाथ की हथेलियों में किसी ग्रह के होने अथवा ना होने का पता कैसे लगाया जाता है।