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हस्तरेखा विज्ञान से जानें हथेली पर मकर रेखा होना क्यों माना जाता है शुभ, ऐसे करें इस रेखा की पहचान

kumari sunidhiraj My jyotish expert Updated Tue, 24 Aug 2021 09:38 AM IST
हस्तरेखा
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हस्तरेखा शास्त्र हथेली के अध्ययन के माध्यम से भविष्य की भविष्यवाणी करना है। यह अधिक लोकप्रिय रूप से पाम रीडिंग के रूप में जाना जाता है। यह दुनिया के विभिन्न स्थानों में, विशेष रूप से एशिया और यूरोप के महाद्वीपों में एक आम बात है। पाम रीडिंग भारत, नेपाल और चीन के देशों में प्रचलित है। हस्तरेखा विज्ञान को भारत में विकसित किया गया था, जहां से यह चीन में फैल गया और क्रमिक रूप से यूरोपीय देशों में फैल गया। यह आज के समय में भी भी बढ़ रहा है, हालांकि इसे मध्य युग के दौरान  फ्रांस में राजा हेनरी (आठ) द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस विज्ञानं का उपयोग लोगो के जीवन और भविष्य के बारे में ज्ञान प्राप्त करने के लिए किया जाता है। हस्तरेखा शास्त्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यक्ति को सही रास्ता अपनाने में मदद कर सकता है। यह उच्च शिक्षा, करियर और यहां तक कि वैवाहिक जीवन के निर्णयों में मदद करता है। भविष्यवाणियों के संबंध में हस्तरेखा विज्ञान की सटीकता बहुत अधिक है। यह किसी व्यक्ति की विशिष्ट विशेषताओं और लक्षणों को इंगित करता है।

आप यह भी जान सकते हैं कि अतीत में कुछ घटनाएं क्यों हुई हैं। जब हम पिछले जन्म की बात करे तो ये पिछले जीवन की यादों को भी याद करा  सकती हैं। हस्तरेखा विज्ञान की मदद से आप अपनी ताकत और कमजोरियों का भी पता लगा सकते हैं। आपकी हथेली की रेखाओं की विशेषताएं लोगो के मन के कई जटिल और सहज गुण बताती हैं। 

हस्तरेखा विज्ञान की प्रमुख रेखाएं:


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