इतिहास
हस्तशास्त्र ऋषि वाल्मीकि द्वारा रचित एक पुस्तक है जिसमे ५६७ श्लोक है। इस
पुस्तक में बताया है की कैसे व्यक्ति की हाथो की लकीरो को पढ़ कर उसके भूत भविष्य तथा वर्तमान को जाना जा सकता है। भारत से ही हस्तरेखा कला का प्रसार चीन तिबत फ्रांस तथा यूरोप के अन्य देशो में भी हुआ। सदीओ से चला आ रहा यह शाश्त्र आज भी बहुत प्रचलित है।
हस्तरेखा ज्योतिषी से जानिए क्या कहती हैं आपके हाथ की रेखाएँ