माता की सवारी होगी पालकी, जानिए ऐसा क्यों है
इस नवरात्रि माता की सवारी पालकी होगी। शास्त्रों में कहा गया है यदि नवरात्रि की शुरुआत का दिन रविवार एवं सोमवार हो तो माता की सवारी हाथी होता है। यदि पर्व का आरंभ शनिवार एवं मंगलवार हो तो माता का वह घोड़ा होता है। यदि पर्व की शुरुआत बुधवार से हो तो माता की सवारी नाव होती है। यदि इस पर्व का आरम्भ शुक्रवार एवं बृहस्पतिवार हो तो माता पालकी पर सवार होकर आती हैं। हर वाहन का विशेष महत्व है। इस सवारी को ज्यादा शुभ नही माना गया है लेकिन माता की भक्ति सहृदय की जाए तो कोई विघ्न आपका कुछ नही बिगाड़ सकता है। पालकी की सवारी होना देश दुनिया को प्रभावित करेगा, लोग बीमारियों से घिर सकते हैं। महामारी का प्रभाव बढ़ सकता है, देश दुनिया की राजनीति प्रभावित हो सकती है। जो व्यक्ति माता की आराधना दिल से करेगा वो इस प्रभाव से बच सकता है।
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