हिन्दू धर्म के अनुसार माता के महापर्व का शुभारंभ 7 अक्टूबर से हो गया है। आगामी नौ दिनों तक माता के सभी नौ स्वरूपों की आराधना की जाएगी। यह पर्व शक्ति का पर्व भी कहा जाता है।
नवरात्रि का पर्व हर वर्ष दो बार मनाया जाता है, पहली नवरात्रि चैत्र मास की शुक्लपक्ष प्रतिपदा से एवं दूसरी नवरात्रि आश्विन मास की शुक्लपक्ष प्रतिपदा से नौ दिन तक मनाया जाता है। भक्तों द्वारा माता की मूर्ति एवं कलश स्थापित किया जाता है जिसकी नियमानुसार आराधना होती है। नवरात्रि का हर दिन विशेष है, हर दिन माता के किसी स्वरूप का दिन है जिसके अनुसार हर दिन अलग अलग रंगों के वस्त्र धारण करने चाहिए। आश्विन मास की नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है। नवरात्रि को लेकर भक्तों में अलग उत्साह होता है। मान्यता है कि शारदीय नवरात्रि बुराई पर अच्छाई की एवं असत्य पर सत्य की जीत है। वहीं ऐसा कहा जाता है कि इन नौ दिनों में माता धरती पर रहती हैं, यदि सच्चे दिल से भक्ति करें तो माता का
आशीर्वाद जरूर प्राप्त होता है। आइये जानते हैं कैसे करें माता के स्वरूपों की आराधना-
नवरात्रि पर कन्या पूजन से होंगी मां प्रसन्न, करेंगी सभी मनोकामनाएं पूरी : 13 अक्टूबर 2021- Navratri Kanya Pujan 2021